Sunday, January 19, 2025
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पूर्व विधायक के घर हुई फायरिंग के आरोपी को मिली जेल से बेल

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हाइलाइट्स – 

लॉरेंस और गोल्डी बरार की गैंग से था संबंध

एक को पहले ही मिल चुकी थी बैल ,अब दूसरा भी जेल से बाहर 

दिल्ली दर्पण टीवी , सिया शर्मा : पंजाब के पूर्व विधायक और शराब के व्यापारी दीप मल्होत्रा के घर के बाहर हुई अज्ञात फायरिंग मामले में कैद अपराधी आकाश उर्फ़ कासा को दिल्ली हाई कोर्ट ने एक साल बाद जमानत दे दी है। पंजाबी बाघ पश्चिम की अज्ञात फायरिंग के मामले में अपराधी आकाश 15 दिसंबर 2023 से पुलिस की हिरासत में था। 

क्या है पूरा मामला ? 

दरअसल पिछले साल 3 दिसंबर 2023 को पंजाब के पूर्व विधायक और शराब के व्यापारी दीप  मल्होत्रा के घर के बाहर 2 लड़को ने फायरिंग की थी हलाकि उसमे कोई घायल नहीं हुआ था। इस मामले में पुलिस ने 3 अपराधियों को गिरफ़्तार किया था। जिनमे से एक अपराधी आकाश उर्फ़ कासा को बेल दे दी गयी है। जबकि एक अपराधी वंश गोला को इस मामले में पहले ही 5 अगस्त 2024 बेल दे दी गयी हैं। आकाश ने पूछताछ के दौरान बताया था की वे गोगी गैंग और लॉरेन्स बिश्नोई के गैंग से सम्बद्ध रखते है। वही पूछताछ के दौरान दीप मल्होत्रा ने गोल्डी बरार से मिलने वाली धमकियों के बारे में भी पुलिस सूचना दी थी।

दीप मल्होत्रा फरीदकोट से शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक है। दीप मल्होत्रा के बेटे गौतम मल्होत्रा पिछले साल 2023 में शराब घोटाले के केस में ईडी द्वारा गिरफ्तार भी किये गए थे।    

Delhi Mukherjee nagar firing update | पर्ची का पोस्टमार्टम – दाऊद की “डी” की तर्ज़ पर बन गयी ” बी ” कम्पनी ! 

हाइलाइट्स : 
किस ” बी ” कम्पनी का काम हो सकता है ?
लिखा था “जय बाबा की” गैंगस्टरों का कोड वर्ड 

राजेंद्र स्वामी , दिल्ली दर्पण टीवी 
नई दिल्ली।  दिल्ली के नार्थ वेस्ट जिले के मुखर्जी नगर थाना क्षेत्र में शनिवार दोपहर दिन दहाड़े रंगदारी माँगने के लिए ज्वेलरी शॉप पर की गयी ताबड़तोड़ फायरिंग ने दिल्ली पुलिस के होश उड़ा दिए है। इस मामले की जांच पुलिस कर तो रही है लेकिन वह इस सवाल को लेकर परेशान है कि कहीं दिल्ली में “दाऊद इब्राहिम ” की तर्ज़ पर “बी ” कम्पनी तो नहीं खड़ी हो गयी है ? दिन दहाड़े जिस अंदाज में बाइक पर आई दो लोगों ने भीड़भाड़ वाले क्षेत्र को चुनाव उससे यह आदेश तो कतई नहीं लगता की फायरिंग करने वाले दोनों युवक कोइ छुटभैया गैंग के या फिर कोई उदयीमान अपराधी थे। जिस सहगल ज्वैलर के शॉप उन्होंने फायरिंग की उससे उन्होंने इस बात का ध्यान रखा की किसी को गोली लग न जाए। बाकायदा उन्होंने गार्ड को गाली देकर एक तरफ हट जाने को कहा और ताबड़ तोड़ चार से पांच राउंड फायरिंग कर आराम से भाग निकले। उनमें कहीं किसी बात का डर नहीं था। यानी उनका अंदाज एकदम पेशेवर अपराधियों वाला नजर आ रहा था। जो पर्ची उन्होंने जिस तरह फेंकी वह किसी बड़े गैंग की करतूत लग रही थी।

किस ” बी ” कम्पनी का काम हो सकता है ?

अपराधियों ने जो पर्ची गार्ड के तरफ फेंकी उसमें स्पष्ट धमकी थी।  उसमें हरियाणवी लहज़े में लिखा था  “बात सुन ले ध्यान तै सहगल 1 करोड़ दे और अपनी जान बचा ले नहीं तो अंजाम तै लाइ तैयार रहिये ” धमकी से पहले #( B ) कम्पनी एसोसिएट्स लिखा था। यानी यह धमकी बी.एसोसिएट की तरफ से लिखा गया था। इस एसोसिएट में कुल चार  ग्रुप या यूं कहे गैंग का जिक्र है जिसका हर नाम  “बी ” से शुरू होता है। सबके नाम के आगे #लगा हुआ है। ये संकेत दे रहे है कि अब B कम्पनी बन गयी है और दिल्ली एनसीआर में फैलने को तैयार है । इस कम्पनी में #B- बवाना ग्रुप है ,जिसे नीरज बवानिया ग्रुप कहा जाता है ,# B- बंबीहा  ग्रुप , जिसे वर्ष 2016 में पंजाब पुलिस के हाथों मारे गए गैंगस्टर देवेंद्र बंबीहा के साथी चला रहे है। तीसरा #B बाली ग्रुप है। इसमें दिल्ली के सुल्तानपुर डबास के रहने वाले नवीन बाली और उसके भाई राहुल काला के गुर्गे चला रहे है।  नवीन बाली दिल्ली का दाऊद कहे जाने वाले नीरज बवानिया गैंग का साथी है। आखिर में #B भोला ग्रुप है। उत्तर भारत में भोला नाम से कई गैंग है। लेकिन यहां जिस भोला का जिक्र है वह दिल्ली के गैंगस्टर मुकेश भोला का माना जा रहा है। यह गैंग भी नीरज बवानिया के नजदीक है। बाकी और कुख्यात गैंग प्रदीप भोला और देवेंदर भोला लॉरेंस बिश्नोई गैंग के करीबी है इसलिए इस कंपनी में उनका नाम होने की संभावना नहीं है। 

लिखा था “जय बाबा की” गैंगस्टरों का कोड वर्ड

सहगल ज्वेलर्स पर फायरिंग करने वालों द्वारा फेंकी गयी पर्ची के अंत में जय बाबा की लिखा हुआ था। इन गैंगस्टरों के बीच जय बाबा की बोलना एक कोडवर्ड की तरह है। इन गैंगस्टरों के वायरल ऑडियो में भी “जय बाबा की ” सुना जाता है। आपसी बोलचाल में जय बाबा की बोलना इनके बीच आम बात है। यानी पर्ची में लिखा “जय बाबा की ” इस बात की और इशारा करता है कि यह काम पेशेवर गैंग का ही है। ऐसे ऐसे गैंग का जिसने एक नया आकार लिया है। यानी नयी कम्पनी बनाई है। हालांकि पुलिस इस संभावना को भी खंगाल रही है की कहीं यह पर्ची पुलिस का ध्यान भटकाने और गुमराह करने के लिए तो नहीं फेंकी गयी है ? या फिर सीधे सीधे पुलिस को चुनौती देकर बी कम्पनी रंगदारी वसूलने का ऐलान कर चुकी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन इस घटना के बाद से कारोबारियों में दहशत है। सीधे सीधे फायरिंग करके पर्ची फेंक कर  रंगदारी मांगने का यह नया स्टाइल है। अब सवाल यह है कि  क्या यह गैंग सहगल ज्वेलर्स के मालिक से क्या संपर्क कर कैसे रकम वसूलेगा ? दिल्ली पुलिस इस गैंग की धरपकड़ के लिए कौन से तरिका अपनाएगी ? नॉर्थ वेस्ट जिला पुलिस की कई टीमें इस काम में लगी है। सीसीटीवी तस्वीरों से उसके रूट को खंगाला जा रहा है। साथ ही गैंग के बारे में जानकारी जुटाने के लिए जेल में बंद कुछ गैंगस्टर की गतिविधियों को भी खंगाला जा रहा है। बहरहाल पुलिस इस मामले पर ज्यादा जानकारी देने से बच रही है। जो संकेत मिल रहे है वह दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी भारी चिंता और चुनौती बनती नजर आ रही है। 

भगवान की तस्वीरों पर भी नहीं रुका गंदगी का सिलसिला,लोगो में आक्रोश -हटाई तस्वीरें 

Highlights : 

शौचालय के भी लगाई गई थी देवी देवताओं की मूर्तियां 

लोगो की आस्था को पहुंची ठेस 

दिल्ली दर्पण , सिया शर्मा 

अशोक विहार फेज 2 के पॉकेट हिल इलाके में भगवान की तस्वीरों के आगे फेल रही गंदगी पर स्थानीय लोगो में गुस्सा और डीडीए के प्रति आक्रोश हैं।इस आक्रोश के चलते लोगो ने डीडीए के द्वारा लगाई इन तस्वीरों को वहाँ से हटा दिया है। और कहा है की ये भगवान की तस्वीरों का इस्तेमाल करके सफाई का ये तरीका गलत है। सवाई रखने के लिए उन्होंने डीडीए से उचित व्यवस्था की मांग करते हुए कैमरा और सिक्योरिटी गार्ड रखने को कहा है।

क्या है पूरा मामला ?

डीडीए ने दीवारों पर खुले में टॉयलेट करने से रोकने के लिए अशोक विहार फेज 2 के पॉकेट हिल इलाके में दीवारों पर भगवान की तस्वीरें लगा दी। उन्हें उम्मीद थी की आस्था का सम्मान करते हुए लोग इस स्थान पर गंदगी नहीं फैलाएंगे।लेकिन नज़ारा उल्टा था, लोग उन तस्वीरों के सामने भी टॉयलेट करने लगे , वही साथ साथ उनके आगे झूठा खाना और गंदगी भी फ़ैली रहती है । जिससे लोगो के धार्मिक विश्वास को ठेश पहुंची और वे इसके विरोध में आ गए। लोगो ने इक्कठा होकर सड़क पर लगी देवी देवताओ की तस्वीरों को हटा दिया।  

देश में सफाई और स्वच्छता जरूरी है लेकिन लोगो की भावनाओं का सम्मान भी उतना ही जरूरी है। ये घटना साफ़ साफ़ दर्शाती है की लोगो के आस्था प्रतीकों का दुरूपयोग न केवल असफ़ल हुआ है बल्कि इससे लोगो में असंतोष की भावना भी उभरी है।

लोगो का जल बोर्ड पर रोष, उठाये प्रशासन पर सवाल 

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हाइलाइट्स –

जल बोर्ड पर लोगो की हड़ताल 

घरों में सीवर का पानी, पीने के पानी में भी बदबू 

दिल्ली दर्पण टीवी, संजीव गुप्ता 

दिल्ली की बारिश जहाँ सड़क पर चल रहे वाहनों के लिए मुसीबत है।वही जलभराव भी एक बड़ी समस्या हैं। इसी कड़ी में अपनी समस्या को लेकर आज विष्णु गार्डन के लोग पश्चिम विहार के जल बोर्ड पहुँकर हड़ताल करने लगे और करीब 3 घंटो तक उनकी व्यवस्था भंग कर दी। 

वहाँ मौजूद लोगो ने बताया की उन्होंने नवंबर 2023 में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। वही जल बोर्ड के अधिकारियों ने उन्हें 26 जुलाई 2024 तक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया था। लेकिन उसके पश्चात कोई कार्यवाही नहीं हुई। लोगो के अनुसार जल बोर्ड के अधिकारी ना उनका फ़ोन उठाते ना कार्यवाही करते है। 

लोगो में गुस्से के साथ साथ दुख भी था। उन्होंने बताया की उनके यहाँ की सीवर की लाइन फटने के कारण सड़को पर सीवर का पानी आ गया है। वही उनके घरों में भी सीवर का गन्दा पानी घुस गया हैं। यहाँ तक की उनके पीने के पानी में बदबू आनी शुरू हो गयी है। यही कारण है की ये यहाँ के लोग पिछले कुछ समय से परेशान चल रहे है। 

दिल्ली के बुजुर्गों के लिए खुशखबरी, 5 महीने बाद पेंशन बहाल 

दिल्ली दर्पण टीवी,नई दिल्ली,

 गुरुवार 23 अगस्त को दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रेस कांफ्रेंस करके दिल्ली के 1 लाख बुजुर्गों की पेंशन फिर से शुरू करने का ऐलान कर दिया है। पिछले 5 महीने से दिल्ली के 1 लाख  बुजुर्गों की पेंशन रुकी हुई थी जिसे अब फिर शुरु कर दिया गया है।

 बुजुर्गों को उनकी उम्र और सामाजिक तबके के हिसाब से 2500 रुपये तक पेंशन दी जाती है जिसमे से 2200 रुपए दिल्ली सरकार तो वही 300 रुपए केंद्र सरकार देती है। आतिशी ने कहा की केंद्र की और से अपना हिस्सा ना भेजे जाने पर इनकी पेंशन रुकी थी लेकिन अरविन्द केजरीवाल जी ने मोदी सरकार से लड़ लड़कर फिर से ये पेंशन शुरू करवा दी है। 

आतिशी ने कहा कि ये बुजुर्ग गरीब परिवार से आते है। इन बुजुर्गों को लगा रहा था की उनकी देखरेख वाला उनका बेटा अरविन्द केजरीवाल जेल में है इसलिए उनकी पेंशन रुकी है।  लेकिन केजरीवाल जी को जेल में भी बुजुर्गों की चिंता हो रही थी।