नई दिल्ली, 15 जुलाई 2024। दिल्ली के मयूर विहार में भीषण आग हादसा हुआ है। ये हादसा कपड़ा गोदाम और एक कैफे में हुआ है। आग पर काबू पाने की कोशिशें लगातार जारी हैं।
मयूर विहार फेज 2 के नीलम माता मंदिर के पास एक दुकान और कैफे में आग लगने की खबर सामने आई है। इस हादसे की सूचना के बाद स्थानीय लोगों ने अधिकारियों को सूचित किया और दमकल की गाड़ियां त्वरित मौके पर पहुंच गई हैं। इस घटना के बारे में जानकारी के मुताबिक, दुकान और कैफे में बचाव कार्रवाई शुरू हो गई है और आग को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत दमकल दल 25 गाड़ियों के साथ मौके पर मौजूद है। इस हादसे के कारण अभी तक किसी को चोट नहीं पहुंची है। संपत्ति का नुकसान जांच के बाद पता चलेगा।
मयूर विहार 2 में लगी भीषण आग, दमकल की 25 गाड़ियां बुझा रही है आग
दिल्ली में अस्पताल भी नही सुरक्षित, बदमाशों ने वसीम की जगह रियाजुद्दीन को मारी गोली
नई दिल्ली, 15 जुलाई 2024। राजधानी के अस्पताल भी अब गैंगवार से सुरक्षित नहीं रह गए हैं। रविवार को गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल की चौथी मंजिल के वार्ड में भर्ती एक मरीज की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। मृतक की शिनाख्त रियाजुद्दीन (32) के रूप में हुई है। खबर यह भी है कि बदमाश वसीम को मारने आए थे पर रियाजुद्दीन को मारकर फरार हो गए। अस्पताल में गोलीबारी में युवक को बहन और महिला डॉक्टर के सामने गोली मारकर तीन बदमाश बड़े आराम से फरार हो गए।अस्पताल के किसी गार्ड ने उनको पकड़ने की हिम्मत नहीं दिखाई। पेट में संक्रमण के बाद रियाजुद्दीन पिछले करीब 23 दिनों से अस्पताल में अपना इलाज करा रहा था। शुरुआती जांच के बाद पुलिस सूत्रों का कहना है कि हमलावर रियाजुद्दीन को नहीं बल्कि उसके बैड के ठीक सामने वाले कमरे में भर्ती बदमाश वसीम की हत्या करने आए थे। गत 12 जून को वेलकम इलाके में गैंगवार में बदमाशों ने वसीम और दोस्त आसिफ पर जानलेवा हमला किया था। चार गोलियां लगने के बाद वसीम पिछले करीब एक माह से इसी वार्ड में भर्ती है। जीटीबी एंक्लेव थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
क्या दिल्ली में ऑपरेशन लोटस से डरी हुयी है आम आदमी पार्टी, बीजेपी के लट्ठ और लालच का क्या कोई तोड़ है?
नई दिल्ली, 14 जुलाई 2024। पंजाब में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी आम आदमी पार्टी बीजेपी के ऑपरेशन लोटस से डरी हुई है। राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पंजाब के संसद संदीप पाठक के ताजा बयानों से तो यही बात सामने आ रही है। दरअसल दोनो ने अपने नेताओ और कार्यकर्ताओं को दूसरी पार्टी में न जाने की सलाह और चेतावनी दी है।
13 विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद भी इंडी गठबंधन पर टूटने का खतरा मंडरा रहा है। आम आदमी पार्टी भी इस आशंका से खुद को उबार नही पा रही है। तो क्या आम आदमी पार्टी को बीजेपी के ऑपरेशन लोटस से अब भी डर है ? क्या आम आदमी पार्टी को लग रहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले आम आम आदमी पार्टी के कई विधायक और पार्षद बीजेपी का दामन थाम सकतें है ? आप पार्टी के नेताओ के बयान से तो यही लग रहा है। देश में हुए 13 विधानसभा चुनावों के परिणामों पर आम आदमी पार्टी के दिल्ली से राजयसभा सांसद संजय सिंह और पंजाब से आप सांसद संदीप पाठक ने बीजेपी को तो आईना दिखाया ही साथ ही अपने उन नेताओं को भी यह सन्देश दिया कि जो भी आम आदमी पार्टी परिवार को छोड़कर बीजेपी में जाएगा उसकी राजनीति खत्म हो जाएगी।
पंजाब में हुए विधानसभा उपचुनाव में जालंधर वेस्ट विधान सभा सीट में आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत ने कांग्रेस की सुरिंदर कौर 37 हज़ार वोटों से हराया जबकि बीजेपी की यहाँ से पूर्व विधायक रही शीतल अंगुराल तीसरे नंबर रहीं। शीतल अंगुराल आम आदमी पार्टी से विधायक थी। वे आप को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गयी थीं। इसी वजह से यहाँ उपचुनाव हुआ और वे बुरी तरह हार गयी। इसी चुनाव परिणाम पर खुशी जाहिर करते हुए संदीप पाठक ने बीजेपी को तो नसीहत दी ही आपने नेताओं को भी सन्देश दिया कि जो आप आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं या होने की मंशा बना रहे उनको जनता सबक सिखाती है।वैसे यहां गौरतलब ये है कि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के निर्वाचित हुए विधायक मोहिंदर भगत भी बीजेपी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। मोहिंदर भगत ने 2022 में जालंधर वेस्ट से आम आदमी पार्टी के शीतल अंगुराल को हराया था। बाद में अंगुराल आप छोड़कर बीजेपी में गयी थीं। इस दल बदल के दंगल को जालंधर के लोगों ने नकार दिया और बीजेपी को तीसरे नंबर पर धकेल दिया।
संदीप के साथ साथ आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने भी जालंधर की जीत पर बीजेपी को लताड़ा और आम आदमी पार्टी के दलबदल की सोच रखने वाले नेताओं को भी नसीहत दी।
पर यहां अब सवाल यह है कि जीत के बाद भी आम आदमी के नेता इस तरह की नसीहत क्यों दे रहे है ? क्या दिल्ली में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को यह लग रहा है कि पंजाब के तर्ज पर उनके कई विधायक और पार्षद बीजेपी में शामिल हो सकतें है ? वैसे भी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले और चुनाव के ठीक बाद कई वरिष्ठ विधायक आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुक्के है। इनमें आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री रहे राजकुमार आनंद भी है। राजकुमार आनंद पहले BSP में गए और लोकसभा चुनाव लड़ा। उसके बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए। इस पर आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि शायद आनंद को बीजेपी ने सरकारी एजेंसियों से डर गए है। वरना क्या कारण है कि कुछ घंटों पहले वे उनके साथ थे और दिल्ली सरकार के स्कूल के टीचर्स के ट्रांसफर पर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रहे थे और अचानक वे आम आदमी पार्टी छोड़कर चले गए। ठीक इसी तरह लोकसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी और विधायक करतार सिंह तंवर भी चार नेताओं के साथ आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। करतार के साथ आप पार्षद उमेश फोगट, आप नेता रत्नेश गुप्ता, सचिन रे और पूर्व विधायक वीणा आनंद भी बीजेपी में शामिल हो गयी थीं। तंवर ने आम आदमी पार्टी पर तानाशाही का आरोप लगाया था हालांकि वे भूल गए कि उन्होंने बीजेपी पर तानाशाही का आरोप लगाया था।
इन सब घटनाक्रमों के बाद अब आम आदमी पार्टी को डर है कि दिल्ली विधान सभा चुनाव से ठीक पहले कई विधायक और दर्जन भर से ज्यादा निगम पार्षद बीजेपी में शामिल हो सकते है। दरअसल आम आदमी पार्टी का यह डर अकारण नहीं है। इसके पीछे बीजेपी की कार्यशैली और उसकी जरूरत तो है ही साथ ही इन दिनों ऐसी कुछ खबरें भी है कि आप के कई नेता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। वैसे भी दिल्ली में विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू हो चुकी है। उधर दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति भी डेढ़ साल से अटकी पड़ी है। बीजेपी इस बार निगम की स्थाई समिति में ही नहीं बल्कि दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी को पटखनी देना चाहती है। दिल्ली में बीजेपी 28 वर्षों से वनवास काट रही है। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में तीसरी बार बम्पर जीत के बाद उसे लग रहा है कि शायद इस बार उसका वनवास ख़त्म हो जाएगा और दिल्ली में वह सरकार बनाने में कामयाब हो जाएगी। इसलिए वह हर हथकंडा अपनाना चाहती है। शायद इसी आशंका को भांपते हुए संजय सिंह ने अपने उन नेताओं को सन्देश भी दिया नसीहत भी दी और चेतावनी भी दी।
अब सवाल यह भी है कि आम आदमी पार्टी के दोनों सांसदों ने यह सन्देश और नसीहत आज मीडिया के सामने क्यों दी क्योकि शायद इससे अच्छा मौक़ा कोई और नहीं हो सकता था। संजय सिंह ने पंजाब में पार्टी छोड़कर जाने वाले कई नेताओ का जिक्र करते हुए बताया की पार्टी छोड़कर जाने वालों का क्या हाल हुआ है। यही हाल दिल्ली में उन नेताओं का भी होगा जो आम आदमी पार्टी छोड़कर जाने का मन बना रहे है। उन्होंने ऐसे नेताओं को कहा कि आम आदमी पार्टी के परिवार की तरह है। यदि कहीं कोई मतभेद है शिकायत है तो उसे मिल बैठकर सुलझा सकते हैं। लेकिन यदि पार्टी छोड़कर गए तो वे कहीं के नहीं रहेंगे। आम आदमी पार्टी को ईश्वर का वरदान है कि जो कोई नेता छोटे से लालच में पार्टी छोड़कर जाएगा उसका राजनैतक कैरियर बर्बाद हो जाएगा।
आम आदमी पार्टी इस समय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। एक ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में बंद हैं। उन्हें ईडी के मामले में बेशक अंतरिम बेल मिल गयी है लेकिन अभी सीबीआई केस में जेल में बंद है। केजरीवाल को जमानत कब मिलेगी यह निश्चित नहीं है। कुछ महीनों बाद चुनाव होने हैं। ऐसे में यदि नेता सोच विचार कर अपने हित के लिए पार्टी बदल सकते हैं। ऐसे ही किसी फैसले को लेकर आम आदमी पार्टी सकते में है और उसके नेता अब अपने नेताओं को सन्देश, नसीहत और चेतावनी देने लगे हैं। देखना यह है कि उनके नेताओं पर इसका क्या असर होता है।
सुनीता केजरीवाल से मिले झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन, संजय सिंह भी रहे मौजूद
नई दिल्ली, 13 जुलाई 2024। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की है। इस दौरान हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा हुई।
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन आज दिल्ली दौरे पर हैं। इस दौरान पर उन्होंने इंडिया गठबंधन के घटक दलों के नेताओं से मुलाकात की। सीएम केजरीवाल के आवास पहुंचते ही कल्पना सोरेन ने सुनीता सोरेन को गले लगा लिया और एकदूसरे को बुके देकर अभिवादन किया।
हेमंत सोरेन ने दिल्ली दौरे पर मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी ने न्यायपालिका को अपमानित किया है। मुझे उम्मीद है कि अरविंद केजरीवाल को जल्द जमानत मिल जाएगी। बता दें कि सीएम केजरीवाल को ईडी के मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है लेकिन सीबीआई के मामले में जमानत न मिलने पर वह अभी जेल में हैं।
दिल्ली के बर्गर किंग मर्डर केस के 3 गैंगस्टर सोनीपत में मारे गए, पुलिस मुठभेड़ में शूटर भी हुआ ढेर
नई दिल्ली, 13 जुलाई 2024। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त टीम सोनीपत में तीन गैंगस्टर्स को मार गिराया है, जिनमें से एक बर्गर किंग शूटआउट का शूटर भी था।
सोनीपत में हुई इस मुठभेड़ में कुल तीन गैंगस्टर्स ढेर हुए हैं। इनमें से एक दिल्ली के बर्गर किंग फायरिंग में भी शामिल था। तीनों शूटर्स गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के आदमी बताए जा रहे हैं। मुठभेड़ में मारे गए तीनों बदमाशों की पहचान आशीष कालू, विक्की रिधाना और सनी गुज्जर के रूप में हुई है। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, यह गिरोह हरियाणा में कई बिजनेसमैन से लाखों रुपये की रंगदारी लेता था। टीम ने मुठभेड़ की जगह से पांच पिस्तौलें भी बरामद की हैं। हरियाणा पुलिस ने तीनों गैंगस्टर्स तक पहुंचने के लिए उन पर कई लाख रुपये का इनाम भी रखा था।
जानकारी के लिए बता दें कि बीते 18 जून को पश्चिमी दिल्ली के बर्गर किंग आउटलेट पर बाइक सवार तीन लोग पहुंचे और 26 वर्षीय अमन जून पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। अमन जून पर कुल 40 राउंड फायर किए गए थे। इस दहशतगर्दी के बाद आरोपी मौके सो फरार हो गए और अमन की मौके पर ही मौत हो गई।