दिल्ली में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनसे हो रही परेशानियों को देखते हुए नगर निगम (MCD) की टीमें लगातार अलग-अलग इलाकों में अभियान चला रही हैं। इसी कड़ी में एक टीम आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए इलाके में पहुंची, लेकिन वहां मौजूद कुछ पशुप्रेमियों ने इसका विरोध किया। विरोध इतना बढ़ गया कि उन्होंने MCD टीम पर हमला कर दिया। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बन गया और टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, MCD की टीम इलाके में कई शिकायतों के बाद पहुंची थी। स्थानीय लोगों ने बार-बार शिकायत की थी कि आवारा कुत्तों के झुंड बच्चों और बुजुर्गों पर हमला कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इन कुत्तों को खाना खिलाते हैं और उनका समर्थन करते हैं। जब टीम ने कुत्तों को पकड़ने की कोशिश की, तो पशुप्रेमियों ने आक्रोशित होकर कार्रवाई का विरोध किया और MCD कर्मचारियों से धक्का-मुक्की कर दी।
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने हालात को काबू में किया और हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। जानकारी के अनुसार, हमलावर पशुप्रेमियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। पुलिस का कहना है कि कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
MCD अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि आवारा कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई किसी भी प्रकार की हिंसा या अमानवीयता के साथ नहीं की जाती। बल्कि उन्हें सुरक्षित तरीके से पकड़कर एनिमल बर्थ कंट्रोल (ABC) कार्यक्रम के तहत नसबंदी और वैक्सीनेशन के लिए भेजा जाता है। बाद में उन्हें उसी इलाके में वापस छोड़ दिया जाता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि आवारा कुत्तों के डर से बच्चे बाहर खेलने से डरते हैं और बुजुर्ग भी असुरक्षित महसूस करते हैं। वहीं, पशुप्रेमियों का तर्क है कि कुत्तों को पकड़ने की बजाय उनके लिए बेहतर प्रबंधन किया जाना चाहिए।
फिलहाल, MCD और पुलिस प्रशासन ने साफ कर दिया है कि सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला फिर से इंसान और जानवरों के बीच संतुलन और प्रबंधन पर सवाल खड़े करता है।

