Friday, May 3, 2024
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कोरोना के खिलाफ जंग में बॉलीवुड की पहल, 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स का दिया सहयोग

अविशा मिश्रा, संवाददाता

नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। हर दिन कोरोना के नए मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत जारी है। इस बीच कई बॉलीवुड सिलेब्रिटीज लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। अब हाल ही में कोरोना के खिलाफ अपना योगदान देने के लिए अक्षय कुमार और उनकी पत्नी ट्विंकल खन्ना ने 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दान करने का फैसला किया है। इस बात की घोषणा खुद ट्विंकल खन्ना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर की है।


ट्विंकल खन्ना ने पोस्ट शेयर कर लिखा, “एक बहुत अच्छी खबर है कि लंदन एलीट हेल्थ कि डॉ. द्रश्निका पटेल और डॉ. गोविंद बंकानी देविक फाउंडेशन के माध्यम से 120 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स दान कर रहे हैं। वहीं अक्षय कुमार और मैंने 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की व्यवस्था की है। अब हमारे पास टोटल 220 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स हो गए हैं। लीड्स के लिए शुक्रिया। चलो सब अपना योगदान देते हैं।”


ट्विंकल खन्ना ने इससे पहले एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “प्लीज, मुझे वेरिफाइड, भरोसेमंद और रजिस्टर्ड NGO के बारे में जानकारी दीजिए, जो 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स (प्रति मिनट 4 लीटर ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले) बांटने में मदद कर सकें। ये कंसंट्रेटर्स सीधे UK से उन तक पहुंचाए जाएंगे।” बता दें कि, पिछले साल से ही अक्षय और ट्विंकल जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए किसी न किसी तरह से अपना योगदान देते आ रहे हैं।

होटल में जजों के लिए कोविड केयर सेंटर बना विवाद, दिल्ली सरकार आज हाईकोर्ट में देगी जवाब

नेहा राठौर,संवाददाता

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच जब देश एक भयंकर संकट से जूझ रहा है, ऐसे में दिल्ली सरकार अपने एक आदेश के चलते विवादों के घेरे में आ गई है। दिल्ली सरकार ने आदेश दिया था कि जजों और उनके परिवार के लिए अशोक होटल में सौ कमरों का कोविड केयर सेंटर तैयार किया जाएगा।

दिल्ली सरकार ने इस आदेश के पीछे का कारण बताया कि हाई कोर्ट की तरफ से ऐसा करने की गुजारिश की गई है। इस आदेश को लेकर हाईकोर्ट ने कल दिल्ली सरकार से सवाल भी किए और उनसे पुछा हाईकोर्ट की तरफ से ऐसा कब कहा गया और इस संकट के समय ऐसा निवेदन आदेश कैसे दिया जा सकता है। इस विवाद के बाद दिल्ल सरकार ने अपना आदेश वापस ले लिया।

सूत्रों के मुताबिक, इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तक को नहीं थी। फिलहाल, दिल्ली सरकार इस बात की जांच कर रही है कि ऐसा आदेश आखिर पास कैसे हो गया। आज यानी बुधवार को दिल्ली सरकार को कोर्ट को इस पर जवाब भी देना है।

कोर्ट को जवाब में दिल्ली सरकार बताएगी कि होटल में कमरे बुक करने की जानकारी उसे नहीं थी। हां लेकिन कोर्ट में दिल्ली सरकार का एक बयान उनके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह व्यवस्था हाईकोर्ट के निवेदन के बाद की गई।

इस आदेश को लेकर हाईकोर्ट ने यह साफ किया है कि उसने अपने न्यायाधीशों, अपने कर्मियों और उनके परिवारों के लिए किसी भी पांच सितारा होटल में कोविड केयर सेंटर बनाने की कोई गुजारिश नहीं की है।

दिल्ली में बेड, ऑक्सीजन के बाद श्मशान में लकड़ियों की कमी बढ़ी

नेहा राठौर, संवाददाता

नई दिल्ली। कोरोना के चलते पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है, ऐसे में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आए दिन किसी न किसी चीज की कमी सामने आ रही है। पहले बेड फिर ऑक्सीजन और अब शमशान में लकड़ियां। दिल्ली में जहां एक तरफ मरीजों को अस्पताल में इलाज के लिए बेड नहीं मिल पा रहा है, वहीं मरने के बाद अब श्मशान में भी उन्हें जलाने के लिए लकड़ी नहीं है।

दरअसल लगातार हर दिन कोरोना संक्रमितों की मौत के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं, जिसके कारण नगर पालिका के श्मशान घाटों में शवदाह के लिए लकड़ी की कमी होने लगी है। इसलिए नगर निगम ने राज्य के वन विभाग से मदद की मांग की है।

जानकारी के अनुसार, लकड़ी की व्यवस्था करने के लिए नगर पालिका की एजेंसियों ने राज्य के वन विभाग से संपर्क किया है। इस समस्या का समाधान करने के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने अपने अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि ईंधन के रूप में सूखे गोबर को इस्तेमाल किया जाए। बता दें कि शहर के सबसे बड़े निगमबोध घाट श्मशान घाट में दूसरी लहर के आने से पहले हर दिन 6,000-8,000 किलोग्राम लकड़ी की जरूरत होती थी, लेकिन अब हर रोज 80,000-90,000 किलोग्राम लकड़ी की जरूरत होती है।

इस मामले में पर नॉर्थ एमसीडी का कहना है कि श्मशान घाटों में लकड़ी का स्टॉक बड़ी तेजी से घट रहा है। इसी कारण नगर निगम को पार्किंग स्थल और पार्कों में श्मशान सुविधाएं बनानी पड़ रही हैं। वहीं, जैसे –जैसे संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है, श्मशान में भी लकड़ी की आवश्यकता काफी बढ़ गई है, इसलिए हमें दिल्ली सरकार के सहयोग की जरूरत है ताकि लकड़ी की मांग को पूरा कर सकें।

ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा “यह गिद्ध बनने का समय नहीं..

नेहा राठौर, संवाददाता

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के बीच दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की व्यवस्था विपल हो गई है, क्योंकि ऑक्सीजन सिलेंडरों और दवाओं की कालाबाजारी लगातार जारी है।

जस्टिस विपिन सांघी और जस्टिस रेखा पल्ली की पीठ ने ऑक्सीजन की कालाबाजारी को लेकर कहा कि यह समय गिद्ध बनने का नहीं है। इसी के साथ पीठ ने ऑक्सीजन रिफिल करने वालों से पूछा कि क्या आप कालाबाजारी से अवगत है। क्या यह मानवीय कदम अच्छा है?

कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि आपके पास शक्ति है, उसका इस्तेमाल कर ऑक्सीजन और दवाओं की कालाबाजारी में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें।

बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट ऑक्सीजन की समस्या पर सुनवाई कर रही है। सोमवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा था कि कोविड-19 रोगियों के लिए प्राणवायु यानी ऑक्सीजन ले जा रहे टैंकरों के आवागमन को रोकना मानव जीवन को खतरे में डालने जैसा है। गौरतलब है कि ऑक्सीजन की कमी के चलते दिल्ली के कई अस्पतालों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, ताकि जल्द इस समस्या का समाधान किया जा सके।

10 मई से पहले शुरू हो जाएंगे 1,000 ICU बैड – सत्येंद्र जैन

नेहा राठौर, संवाददाता

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के भीषण संकट के बीच ऑक्सीजन की कमी बढ़ती जा रही है। ऐसे में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए फ्रांस से 21 रेडी टू यूज ऑक्सीजन प्लांट मंगवाने का ऐलान किया है। इस पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि जीटीबी अस्पताल और एलएनजेपी अस्पताल पर हम 500-500 बेड के आईसीयू बना रहे हैं और हमें उम्मीद है कि यह 10 तारीख से पहले शुरू कर दिया जाएगा। उनका कहना है कि कोरोना की इस लहर में आईसीयू बेड की मांग ज्यादा है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में लगातार 3 दिन ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा किल्लत थी। 1 दिन तो बहुत ही कम ऑक्सीजन आई थी, जिसके कारण पूरे दो दिन तक मरीजों को तकलीफ झेलनी पड़ी थी। अब जाकर दो दिन से हालात में थोड़ा सुधार आया है। लेकिन पूरी तरह से अभी कुछ भी ठीक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हालात कुछ हद तक कंट्रोल में है। हम भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि कोरोना मरीज की संख्या कम हो जाए। हालांकि यह अनुमान लगाना काफी मुश्किल है कि कल कितने केस आएंगे। 


जैन के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने कल ही सबको मुफ्त वैक्सीन लगाने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा कि वैक्सीन मिलने का जो शेड्यूल है, हम उसके मुताबिक 1 मई से मुफ्त टीकाकरण प्रोग्राम को लेकर आगे बढ़ेंगे।