दिल्ली — रिश्तों में जब भरोसा और समझ खत्म हो जाती है, तो प्यार की जगह नफरत ले लेती है, और फिर जो होता है, वो सिर्फ दर्द छोड़ जाता है। दिल्ली के एक शांत दिखने वाले मोहल्ले में ऐसा ही एक खौफनाक मंजर सामने आया, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। पति-पत्नी के बीच बढ़ते झगड़े का अंत उस वक्त हुआ जब पत्नी ने गुस्से में आकर अपने ही पति पर खौलता हुआ तेल डाल दिया।
घटना पश्चिमी दिल्ली के किराड़ी इलाके की बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, पति-पत्नी के बीच पिछले कई महीनों से घरेलू विवाद चल रहा था। छोटी-छोटी बातों पर तकरार बढ़ते-बढ़ते अब हिंसा में बदल चुकी थी। बुधवार की देर रात झगड़ा एक बार फिर हुआ—इस बार रसोई में। पति ने खाना देर से मिलने पर गुस्सा जताया, तो पत्नी ने उल्टा जवाब दे दिया। दोनों के बीच कहासुनी बढ़ी, और देखते ही देखते माहौल इतना बिगड़ गया कि पत्नी ने चूल्हे पर रखे खौलते तेल का बर्तन उठाया और पति पर उड़ेल दिया।
तेल सीधे पति के चेहरे और सीने पर गिरा। चीखों की आवाज़ सुनकर पड़ोसी भागकर आए और तुरंत पुलिस को सूचना दी। घायल युवक को नजदीकी सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसके शरीर का लगभग 35 प्रतिशत हिस्सा जल चुका है। फिलहाल उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस ने आरोपी पत्नी को मौके से ही हिरासत में ले लिया। शुरुआती पूछताछ में महिला ने बताया कि वह लंबे समय से पति के अत्याचार और मारपीट से परेशान थी। उसका कहना था कि वह “अब और बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी।” वहीं, परिवार के अन्य सदस्यों का कहना है कि दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे, लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं था कि बात इतनी बढ़ जाएगी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह दंपति पिछले पांच साल से इस इलाके में रह रहा था और उनके दो छोटे बच्चे भी हैं। घटना के समय बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे, वरना शायद नतीजा और भी भयानक होता। पड़ोसियों ने बताया कि पति-पत्नी के बीच लगभग हर दूसरे दिन बहस होती थी। कभी आर्थिक परेशानी को लेकर, तो कभी घरेलू जिम्मेदारियों को लेकर। लेकिन इस बार झगड़ा जानलेवा साबित हुआ।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 307 (हत्या के प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया है। जांच अधिकारी का कहना है कि “फिलहाल महिला से पूछताछ जारी है। हम दोनों पक्षों के परिवार वालों से भी बात कर रहे हैं ताकि यह समझा जा सके कि झगड़े की असली वजह क्या थी।”
यह घटना एक बार फिर उस कड़वी सच्चाई को सामने लाती है कि कैसे घरेलू तनाव धीरे-धीरे रिश्तों को ज़हर बना देता है। दिल्ली जैसे व्यस्त शहर में जहां लोग काम, आर्थिक दबाव और व्यक्तिगत संघर्षों से जूझ रहे हैं, वहां पारिवारिक रिश्तों में बढ़ती कड़वाहट एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में संवाद की कमी सबसे बड़ी वजह होती है। अगर झगड़ों को समय रहते समझदारी से संभाल लिया जाए, तो हिंसा तक बात पहुंचने की नौबत नहीं आती। लेकिन अफसोस, आज के समय में लोग सुनने से ज़्यादा जवाब देने में यकीन रखते हैं — और यही सबसे बड़ा कारण है कि ऐसे घरेलू विवाद अब आम होते जा रहे हैं।
फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है और पीड़ित के ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है। लेकिन यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि एक चेतावनी है — कि रिश्ते तब तक ही सुरक्षित हैं, जब तक उनमें सम्मान और संवाद ज़िंदा है। जब शब्द खत्म हो जाते हैं, तो फिर बस चीखें बचती हैं… और खौलता तेल।

