Saturday, November 8, 2025
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गाजा में शांति की स्थापना और दो-राज्य सिद्धांत के पक्ष में प्रस्ताव पारित किया गया

दिल्ली में दो दिवसीय ‘युवा सोशलिस्ट सम्मेलन’ का आयोजन संपन्न

राजेंद्र भवन, नई दिल्ली, 1 नवंबर, 2025: भारतीय समाजवादी आंदोलन के 90 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘युवा सोशलिस्ट पहल’ के तत्वाधान में देश की राजधानी दिल्ली में आज ‘युवा सोशलिस्ट सम्मेलन’ का आयोजन संपन्न हुआ। देश के विभिन्न प्रांतों से आए समाजवादियों ने पूरे जोश के साथ अपनी सहभागिता सुनिश्चित की व आगामी दस वर्षों में देश के युवाओं में से भारतीय समाजवादी आंदोलन के नेतृत्व की नई पीढ़ी को तैयार करने का संकल्प लिया गया।
गौरतलब है कि ‘युवा सोशलिस्ट पहल’ के तत्वाधान में आगामी दस वर्षों के लिए भारतीय समाजवादी आंदोलन के सशक्तिकरण और युवा समाजवादी नेतृत्व तैयार करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा व आयोजनों की योजना सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के भूतपूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के भूतपूर्व संकाय सदस्य डॉ प्रेम सिंह दिशा निर्देश व मार्गदर्शन में तैयार की गई हैं।


युवा सोशलिस्ट सम्मेलन के दूसरे व अंतिम दिन रोजगार नीति, विकास नीति और संस्कृति नीति पर समाजवादी परिपेक्ष्य संबंधित प्रस्तावों पर विचार विमर्श कर उन्हें पारित किया गया। रोजगार नीति पर समाजवादी परिपेक्ष्य से संबंधित सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार व लेखक श्री अरविंद मोहन द्वारा की गई। विकास नीति पर समाजवादी परिपेक्ष्य से संबंधित सत्र की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय की भूतपूर्व संकाय सदस्य डॉ अजीत झा द्वारा की गई। इस दोनों सत्रों का संचालन डॉ हिरण्य हिमकर, संकाय सदस्य, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। संस्कृति नीति पर समाजवादी परिपेक्ष्य संबंधित सत्र की अध्यक्षता श्री आदित्य कुमार, अधिवक्ता और भारतीय सोशलिस्ट मंच के अध्यक्ष द्वारा की गयी । इस सत्र का संचालन जी न्यूज के पत्रकार व युवा सोशलिस्ट श्री राजेश कुमार द्वारा किया गया।
युवा सोशलिस्ट सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेता श्री जयंती भाई पांचाल ने की। समापन सत्र में विभिन्न वक्ताओं द्वारा डॉ प्रेम सिंह के नेतृत्व व मार्गदर्शन में युवा सोशलिस्ट पहल की पूरी टीम को सफल आयोजन के लिए बधाई व शुभकामनाएं दी गई। सम्मेलन में उपस्थित युवाओं से विशेष रूप से अपील की गई कि समाजवादी आंदोलन को आगामी 10 वर्षों में सड़कों पर उतारा जाए और जनता के मूलभूत मुद्दों को प्राथमिकता दी जाए। देश की जनता को साम्राज्यवादी पूंजीवाद और सांप्रदायिक – कॉरपोरेट के शोषणकारी गठजोड़ के प्रति सचेत करने का प्रण लिया गया।
समापन सत्र में युवा समाजवादी छात्रों व नेताओं द्वारा यह जोर देकर सम्मेलन से अपील की गई कि पूंजीवाद के साथ मनुवादी ब्राह्मणवादी जाति व्यवस्था की समाज में शोषणकारी भूमिका को समाजवादी आंदोलन में विशेष रूप से शामिल किया जाए और भारतीय समाज में जाति व्यवस्था की असमानता की समाप्ति पर समाजवादी रणनीति को स्पष्ट किया जाए।
डॉ प्रेम सिंह द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कमेटी के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया जिसमें प्रत्येक राज्य से दो सदस्यों को शामिल किया जाए, जिसमें एक महिला व एक पुरुष हो। इसी प्रकार राज्य स्तर पर दस सदस्यों की कमेटी बनाई जाए जिसमें महिलाओं व पुरुषों की बराबर भागीदारी हो। इस प्रकार राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर समाजवादी आंदोलन का एक संगठन बनाया जाए जो आगामी 10 वर्षों में समाजवादी आंदोलन की विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाए।
डॉ प्रेम सिंह द्वारा यह आवाहन किया गया कि समाजवादी विचारधारा के नेताओं व कार्यकर्ताओं को समाजवादी विचारों को ज़मीन पार उतारने के लिए चुनाव जीतने व सरकार बनने का इंतजार नहीं करना चाहिए। उन्होंने यह आवाहन किया कि यह विचार और बाजार की लड़ाई है, यह संदेश स्पष्ट रूप से जनता तक समाजवादी आंदोलन द्वारा पहुंचाया जाना चाहिए। इसके लिए सांस्कृतिक स्तर पर त्योहारों , विभिन्न आयोजनों में समाजवादी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी पर जोर दिया गया।डॉ प्रेम सिंह द्वारा समाजवादी मीडिया को विकसित करने का सुझाव दिया गया। साथ ही सोशल मीडिया में समाजवादी आंदोलन का प्रसार करना चाहिए। डॉ प्रेम सिंह द्वारा सोशलिस्ट युवाजन सभा (SYS) के तत्वाधान में छात्र राजनीति की सक्रियता पर विशेष रूप से जोर दिया गया। इस संबंध में युवा समाजवादी नेताओं द्वारा छात्र राजनीति में आने वाली व्यावहारिक चुनौतियों से सम्मेलन को अवगत कराया गया। इसके लिए डॉ प्रेम सिंह द्वारा छात्र राहत कोष के गठन के सुझाव पर कार्य करने की अपील की गई।
गाजा में तुरंत स्थायी शांति स्थापना करने और दो-राज्य सिद्धांत के पक्ष में प्रस्ताव पारित किया गया।
युवा सोशलिस्ट सम्मेलन का वोट ऑफ थैंक्स डॉ शशि शेखर सिंह, संकाय सदस्य, राजनीतिक विज्ञान विभाग, सत्यवती कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया।

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