नई दिल्ली, 22 अक्टूबर 2025:
इस साल की दिवाली ने पिछले कई सालों के प्रदूषण के रिकॉर्ड तोड़ दिए। त्योहार के बाद दिल्ली-एनसीआर की हवा इतनी जहरीली हो गई कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई इलाकों में 800 के पार पहुंच गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह हालात पिछले पाँच सालों में सबसे खराब हैं.
रिपोर्टों के मुताबिक, इस बार पटाखों पर लगी पाबंदी का खुलकर उल्लंघन हुआ। रातभर पटाखे फूटते रहे, जिससे हवा में धूल-धुआं और सूक्ष्म कण (PM2.5 और PM10) की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई। इसके साथ-साथ उत्तर भारत में पराली जलाने के मामलों में भी भारी इजाफा दर्ज किया गया, जिसने प्रदूषण को और बढ़ा दिया।
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी हवा और कम हवा की गति ने भी जहरीली गैसों को ऊपर उठने नहीं दिया, जिससे प्रदूषण का असर और बढ़ गया।
“यह चेतावनी है कि अगर अब भी हम नहीं चेते तो आने वाले वर्षों में सांस लेना और मुश्किल हो जाएगा,”
दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद करने, निर्माण कार्य रोकने और ‘ऑड-ईवन’ योजना लागू करने जैसे आपात कदमों पर विचार शुरू कर दिया है। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि वे घरों से बाहर निकलने से पहले मास्क का प्रयोग करें और अनावश्यक वाहन न चलाएं।
निष्कर्ष:
त्योहार की चमक ने एक बार फिर से दिल्ली की हवा को धुंधला कर दिया है। अब सवाल यह है कि क्या हर साल खुशियों के नाम पर हम अपनी सांसों की कीमत चुकाते रहेंगे?

