– दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली पुलिस की उत्तर-पश्चिमी जिला इकाई ने थाना महेंद्र पार्क क्षेत्र से दो अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों व्यक्ति ट्रांसजेंडर के रूप में पहचान छुपाकर अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और दिन में भीख मांगने तथा रात में “आपत्तिजनक गतिविधियों” में शामिल थे। उनकी पहचान 37 वर्षीय तपोष बिस्वास उर्फ नंदनी और 21 वर्षीय एमडी मेहेदी हसन सजल उर्फ लीमा के रूप में हुई है, दोनों बांग्लादेश के खुलना और बारगुना जिलों के निवासी हैं।

पुलिस को 15 अक्टूबर, 2025 को न्यू सब्जी मंडी के पास संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों की उपस्थिति की खुफिया जानकारी मिली थी। फॉरेनर सेल की विशेष टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को रोका। पूछताछ में उन्होंने अपनी बांग्लादेशी नागरिकता स्वीकार की और अपने राष्ट्रीय पहचान पत्र दिखाए। जांच में सामने आया कि दोनों ने लिंग परिवर्तन सर्जरी (GAS) कराकर अपनी शारीरिक बनावट बदल ली थी। वे अपनी पहचान छुपाने के लिए नियमित रूप से भारी मेकअप, साड़ी, विग और महिला सहायक उपकरणों का इस्तेमाल करते थे, साथ ही अपनी आवाज़ और शारीरिक भाषा को भी महिला शैली में बदल लिया था।
पुलिस ने उनके पास से दो स्मार्टफोन जब्त किए, जिनमें प्रतिबंधित IMO ऐप इंस्टॉल था, और उनके फोन गैलरी में बांग्लादेशी राष्ट्रीय पहचान पत्र पाए गए। यह गिरफ्तारी फॉरेनर सेल की साइबर इंटेलिजेंस और क्षेत्रीय अभियान के संयोजन वाली टेक्नोलॉजी आधारित पुलिसिंग का परिणाम है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उनकी प्रत्यर्पण प्रक्रिया फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) के समन्वय में शुरू की जा रही है, और राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे सभी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।

