Friday, April 26, 2024
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भाजपा से निष्काषित निगम पार्षद ने प्रदेश नेतृत्व पर लगाए गंभीर आरोप !

संवाददाता

भाजपा से निष्काषित नांगलोई वार्ड की निगम पार्षद ज्योति रछौया ने अब पार्टी नेतृत्व पर ही गंभीर आरोप लगा दिये हैं। उनके निशाने पर भाजपा दिल्ली प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन और प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता हैं। पार्टी से निष्काषित पार्षद ज्योति रछौया ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिख कर संगठन महामंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार और पक्षपात समेत और भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं और खुद को बीजेपी की समर्पित कार्यकर्ता बताया है। ज्योति रछौया का कहना है कि चूँकि वह सुंदर नहीं दिखती इसलिये संगठन महामंत्री उन्हें भाव नहीं देते जबकि अन्य सुंदर दिखने वाली महिला निगम पार्षदों से घंटों बातें करते हैं। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता पर पार्टी फंड से अपने घर भरने का आरोप है। जिस तरह की भाषा और आरोपों का इस्तेमाल ज्योति रछौया द्वारा जेपी नड्डा को लिखे पत्र में किया गया है उससे यह चर्चा चल पड़ी है कि जब उन्हें पार्टी के शीर्ष नेताओं से इतनी परेशानी थी तो इसके खिलाफ आवाज़ पहले क्यों नहीं उठाया? क्या वह पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता पाए जाने के बाद सस्पेंशन का इंतजार कर रही थीं?


उनके करीबी जानकारों के मुताबिक इसके पीछे की असल सच्चाई कुछ और है। दरअसल 6 जुलाई को सम्पन्न उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नरेला जोन चेयरमैन चुनाव में ज्योति रछौया ने अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार अंजू अमन कुमार को हरवाने के उद्देश्य से काम किया। वोटिंग के दिन वह अनुपस्थित हो गई। इसके अलावा भाजपा के एक अन्य निगम पार्षद सविता खत्री भी अनुपस्थित रही। भाजपा को समर्थन देने वाली पूनम सहरावत ने भी खुलेआम बगावत कर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में अपना वोट दिया जिसके कारण बहुमत के बावजूद भाजपा को हार का मुँह देखना पड़ा। इस हार के कारण भाजपा उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नेतृत्व समेत प्रदेश स्तर तक बड़े नेताओं की किड़कीड़ी हुई।


प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इस पर कार्यवाही करते हुए दो निगम पार्षदों को 6 साल के लिये निलंबित कर दिया। लेकिन निलंबन के आदेश आने के बाद अब ज्योति रछौया खुद को पाक साफ साबित करने के तमाम प्रयास कर रही हैं और इस प्रयास में उन्होंने संगठन महामंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पर ही भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा दिये।

इस क्रम में अब आपको रछौया एंड फैमिली की हकीकत से भी रूबरू करवाना आवश्यक है। दरअसल ज्योति रछौया नांगलोई से भाजपा नेता चतर सिंह रछौया के भाई की पत्नी हैं। इससे पहले चतर सिंह की पत्नी भूमि रछौया नांगलोई वार्ड से निगम पार्षद रही हैं। रछौया परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप पहले से ही हैं और इनके चाल चरित्र से क्षेत्र की जनता भी बखूबी वाकिफ़ है। फर्जी पेंशन की बात हो या कम्युनिटी सेंटर निर्माण में घोटाले के साथ मार्किट बना कर कब्जे की, चतर सिंह रछौया का नाम दर्जनों बार गलत कारणों से चर्चा में रहता है। इनके बारे में यह भी कहा जाता है कि दलित प्रताड़ना ऐक्ट का इस्तेमाल ये अपने सबसे मारक हथियार के रूप में करते हैं और चतर सिंह के इशारे पर ही ज्योति रछोया ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र में भी दलित कार्ड खेल कर खुद को उपेक्षित बताया है।


वस्तविकता यह है कि जब 2017 निगम चुनाव में भाजपा ने सभी पार्षदों का टिकट काट कर नए उम्मीदवार उतारने का फैसला किया तब रछोया परिवार के मुखिया चतर सिंह ने तमाम तिकड़म लगाते हुए अपने भाई की पत्नी को टिकट दिलवा कर उम्मीदवारी परिवार में ही रख ली। जबकि शीर्ष नेतृत्व के यह सख्त निर्देश थे कि किसी भी मौजूदा पार्षद के किसी भी रिश्तेदार या परिवार के सदस्य को न तो टिकट मांगनी है और न ही उन्हें दिया जाएगा।
जब तक पार्टी को इस बात का पता चला तब तक चतर सिंह अपनी चतुराई से टिकट ज्योति रछौया को दिलवा चुके थे लेकिन इस कारण पार्टी में उनकी छवि खराब हो गई। अब निगम चुनाव 2022 से पहले बताया जाता है कि चतर सिंह लगातार आम आदमी पार्टी पर डोरे डाल रहे हैं और जोन के चुनाव में भी रछौया ने अपनी चालाकी दिखाते हुए डील तो भाजपा उम्मीदवार से की लेकिन ऐन मौके पर डबल क्रॉस करते हुए एब्सेंट हो गई। इससे पहले भी रछौया परिवार का इतिहास रहा है कि वह किसी पार्टी के सगे नहीं रहे हैं और दिल्ली में आम आदमी पार्टी छोड़ शायद ही कोई पार्टी होगी जिसके ये हिस्सा न रहे हों।


अब इनकी इच्छा आम आदमी पार्टी में शामिल हो कर निगम टिकट पाने की है। लेकिन सवाल यह है कि क्या आम आदमी पार्टी ऐसे नेताओं को अपनी पार्टी में जगह देगी? नंगलोई वार्ड बाहरी दिल्ली के मुंडका विधानसभा क्षेत्र में आता है। जगजाहिर है कि मुंडका के मौजूदा विधायक धर्मपाल लाकड़ा और चतर सिंह रछौया के बीच छत्तीस का आंकड़ा रहा है। दोनों के बीच के घमासान कोर्ट तक भी पहुँचे लेकिन आज कल चतर सिंह विधायक धर्मपाल लाकड़ा पर कुछ भी बोलने से बचते हैं। अपने समाज के काम करवाने के नाम पर निगम चुनावो की आहट को देखते हुए चतर सिंह अपनी चिर परिचित राजनीति शुरू कर चुके हैं। लेकिन जानकारी आ रही है कि आम आदमी पार्टी उनको लेना नहीं चाहती और भाजपा अब उन्हें रखना नहीं चाहती। अनिश्चितता के दलदल में फँसे रछौया को आखिरकार किस दल में जगह मिलेगी यह देखना होगा। कुल मिलाकर दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 से पहले एक बार फिर दिल्ली में राजनीति गर्म और विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में बग़ावती सुर फूटना भी लाज़मी है लेकिन सूत्र बताते हैं कि भाजपा प्रदेश नेतृत्व और जिला नेतृत्व में समन्वय ठीक न होने के कारण पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।  

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दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा ऑनलाइन ठग, लोगों के पेटीएम से उड़ाता था पैसे

नेहा राठौर, संवाददाता

नई दिल्ली। देश की राजधानी में दिल्ली पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी है। मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है।

दरअसल, दिल्ली पुलिस को पीएस केशवपुरम से एक शिकायत मिली थी, जिसमें शिकायतकर्ता मयंक सिन्हा ने आरोप लगाया था कि उनके सहयोगी राजीव बोडवाडे अपना फर्नीचर OLX पर बेचना चाहते थे। इस सिलसिले में उन्हें एक अनजान शख्स का फोन आया, उसने कहा वह फर्नीचर खरीदना चाहता है और ऑनलाइन भुगतान के लिए व्हाट्सएप पर एक लिंक भेज दिया। उस समय राजीव बोडवाडे के पास पेटीएम खाता नहीं था, तो उन्होंने अपने पेटीएम खाते से लिंक को क्लिक किया। जिसके बाद उनके एसबीआई बैंक खाते से 19,358 रुपये कट गए, जो कि पेटीएम से जुड़ा हुआ था।

दिल्ली पुलिस की धरपकड़

इस मामले में पुलिस ने संज्ञान लेते हुए तीन लोगों की टीम बनाई। जिन्होंने विशिष्ट साइबर फुटप्रिंट और स्थानीय स्त्रोतों के मदद से आरोपी के ठिकाने का पता लगाया और उसे उसके घर जट्टारी अलीगढ़ यूपी में ही धर दबोचा। आरोपी की पहचान पंकज वर्मा के रूप में हुई है।

पुलिस को आरोपी के पास से एक पेन ड्राइव, 50 सिम कार्ट, एक मोबाइल फोन और 50 फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए हैं। जिन पर नाम और पता अलग था, लेकिन तस्वीरें आरोपी की थी। जब्त मोबाइल में 15 फर्जी पेटीएम अकाउंट भी पकड़े गए हैं।

आरोपी ने स्वीकारा अपराध

पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वह एक टेलीकॉम कंपनी में सेल्स रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर काम करता था, वहां उसने सिम एक्टिवेशन सिखा और फर्जी आधार कार्ड बनाने शुरू कर दिये। पहले वह OLX पर विक्रेताओं को उनके उत्पाद खरीदने के लिए बुलाता था और भुगतान करने के लिए उनके नंबरों पर एक लिंक भेजता था, जिसके बाद उनके पेटीएम से जुड़े खातों से राशि की निकाल लेता था। मामले में फिलहाल पुलिस की पूछताछ जारी है।

दिल्ली में मानसून की पहली बारिश बनी आफत, जलभराव से लोग हुए परेशान

नेहा राठौर

दिल्ली एनसीआर में मंगलवार को मानसून ने दस्तक दे दी है। कई दिनों से मानसून का इंतजार कर रहे दिल्लीवासियों ने बारिश की फुहार देख आज राहत की सांस ली है, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी बारिश अपने साथ ठंडी हवाओं के साथ आफत लेकर आई है। लोगों को मानसून से जितनी राहत नहीं मिली उससे कई ज्यादा पानी भरने से दिक्कत हो रही है। जल भराव के कारण लोगों का सड़कों पर चलना भी मुश्किल हो गया है।

मानसून की पहली बारिश में ही प्रशासन की सारी तैयारियां पानी में बहती दिख रही हैं। हालत इतने खराब हो गए हैं कि शकरपुर चंगी से आईटीओ तक लंबा जाम लगा हुआ है। गाड़ियां अपनी जगह से एक इंच भी आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। इन रुकी हुई गाड़ियों को देखकर लग रहा है मानों समय जैसे थम-सा गया हो।

इतना ही नहीं एम्स फ्लाईओवर के नीचे, संगम विहार, किराड़ी समेत कई जगहों पर पानी भर गया है। हालांकि इस पर लोक निर्माण के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक सिर्फ थोड़ा-बहुत पानी भरने की शिकायतें मिली हैं और उन जगहों से पानी निकालने की कोशिश की जा रही है।

यह भी पढ़ें- दिल्ली के द्वारका कोर्ट में गोलियों की बौछार, एक की मौत, वकील गिरफ्तार

वहीं, प्रहलादपुर इलाके की हालत भी कुछ ऐसी ही है। अंडरपास के पास पानी जमा होने से लोगों को अपने वाहनों को बंद कर उन्हें धक्का देकर रास्ता पार करना पड़ रहा है। 

बता दें कि आम तौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश को घेर लेता है। लेकिन इस बार मानसून अपने आगमन की सामान्य तिथि से पूरे 16 दिन देरी से आया है।

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दिल्ली के द्वारका कोर्ट में गोलियों की बौछार, एक की मौत, वकील गिरफ्तार

नेहा राठौर

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के द्वारका कोर्ट में सोमवार रात गोलियां चलने से सनसनी फैल गई। चेंबर के अंदर हुई इस गोलीबारी में एक शख्स की जान चली गई।

गोलीबारी में जान गंवाने वाले मृतक का नाम उपकार बताया जा रहा है। यह घटना द्वारका कोर्ट के चेंबर नंबर 444 में सोमवार रात करीब 9 बजे घटी। बता दें कि यह चेंबर अरुण शर्मा नाम के एक वकील का है। जिस समय यह घटना घटी उस दौरान वकील और कुछ अन्य लोग वहीं पर मौजूद थे। लेकिन गोली चलाने के बाद हमलावर वहां से फरार हो गया।

फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है, मामले में पुलिस ने आरोपी वकील को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के लिए बता दें कि गोलीबारी में मारे गए उपकार पर भी कुछ पुलिस केस दर्ज थे।

जिस व्यक्ति की तस्विर आप देख रहे है उनका नाम दिनानाथ है और यह 30 जून 2021 से लापता है। आप सभी से निवेदन है कि यदि किसा को भी इन व्यक्ति के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त हो तो 8090497853/9532994047 पर संपर्क करें।

ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी पर देर रात गोलियों की बौछार कर दी गई हो। इससे पहले भी ऐसी वारदात होती रही हैं। हाल ही में दिल्ली के एक प्लास्टिक कारोबारी पर दो बदमाशों ने गोलियां से हमला किया था। 

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दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर केजरीवाल सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरी बीजेपी

नेहा राठौर, संवाददाता

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर सियासी संग्राम छिड़ चुका है। सोमवार दोपहर केजरीवाल सरकार के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और जमकर हंगाम किया। ऐसे में बढ़ते हंगामे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी को खदेड़ने के लिए बीजेपी नेताओं पर पानी की बौछार शुरू कर दी।

दरअसल, आपको बता दें कि पानी की समस्या को लेकर दिल्ली और हरियाणा सरकार में बहुत पहले से विवाद चल रहा है, जिसके चलते दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा सरकार के खिलाफ याचिका भी दी है। इस पर बहुत समय से घमासान मचा हुआ है, लोग पानी की बुंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। लोगों का कहना है कि पानी आता तो है लेकिन गंदा, मिट्टी का। जिसे पीया नहीं जा सकता। बीजेपी के इस हुड़दंग पर दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन राघव चड्ढ़ा ने सबसे पहले आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से 120 मिलियन गैलन कम पानी छोड़ा गया है, जिसकी वजह से यमुना में पानी की कमी हो गई है। इसी लिए दिल्ली में पानी की सप्लाई में परेशानी हो रही है। साथ ही उन्होंने हरियाणा सरकार पर पानी के मामले पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया है।

आपको बता दें कि जल संकट का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है इस मामले में लगातार सुनवाई जारी हैं।