नार्थ दिल्ली नगर निगम के अधिशासी अभियंता के दफ्तर के बहार निगम आयुक्त और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे ये वे ठेकेदार है जिन पर विकास कार्यों का जिम्मा है –इनका दर्द है कि नार्थ दिल्ली नगर निगम ने इन्हे तीन साल से उनके नॉन प्लान के कार्यों का 800 करोड़ रुपयों का भुगतान नहीं किया –इन्होने जब काम बंद कर दिया तो नगर निगम ने अवैध तरीके से ऐसे ठेकेदारों को काम दे दिया जो मान्य और योग्य ही नहीं है –लिहाज़ा ये 31 मार्च को दिए गए 17 से 20 करोड़ रुपयों के टेंडर को न केवल अवैध करार दे रहे है बल्कि सवाल भी पूछ रहे है की जब नगर निगम के पास भुगतान करने के पैसे ही नहीं है तो वह टेंडर क्यों कॉल कर रही है –