दिल्ली में हर जगह रामलीला की धूम है। रोहिणी सेक्टर -11 की रामलीला रविवार को बेहद ख़ास रही क्योंकि भक्तों के बीच लोकप्रिय राधे मां को अपने बीच पाकर लोग अभिभूत हो गए। रविवार को राधे मां जब रोहिणी सेक्टर -11 पहुंची तो उनके स्वागत में भीड़ उमड़ पड़ी, राधे मां लाल रंग के परिधान में भक्तों से घिरी रामलला के दर्शन करने पहुंची , श्री राम के दर्शन कर पूरे भक्ति भाव में माथा टेका। यही नहीं , रोहिणी कल्चरल क्लब की ओर से आयोजित रामलीला में राधे मां ने दिल खोलकर दान दिया , भक्त भी उनके दर्शन के लिए लालायित दिखे। फूलों की वर्षा के साथ उन पर अपनी श्रद्धा का इजहार किया। राधे मां ने भी किसी को निराश नहीं किया, अपने भक्तों और लोगों को आशिर्वाद दिया। एक -एक कर लोग आते राधे मां के चरण छू आशीर्वाद लेते , साथ ही उनके साथ तस्वीर खिंचवाते। राधे माँ को मानने वालों के लिए उनकी हर छवि निराली है और हर अंदाज अनोखा। राधे मां ने रामलला के स्मरण में गीत गाया तो लोग मन्त्र मुग्ध बस सुनते रहे। राधे मां को उनके भक्त ममतामयी मां और सशक्ति का स्वरुप मानते हैं जबकि स्वयम राधे माँ भी सभी धर्मों में अपनी आस्था रखती है। मीडिया से बातचीत में राधे मां कहती है की उन्हें गुरुनानक, श्री राम और सभी धर्मों के ईष्वर में अनन्त विश्वास है, श्री राम जी का चरित्र अनुकरणीय है , यही नहीं राधे माँ ने जय सिया बल राम चंद्र के जयकारा लगाए तो वहाँ मौजूद लोग भी भाव विह्वल गए।
लोगों से खचाखच भरे रोहिणी के रामलीला के पंडाल में रोहिणी कल्चरल क्लब ने मंच से राधे माँ की सहृदता और उनके दान के लिए आभार प्रकट किया तो , पंडाल में आये लोग भी राधे माँ की इस छवि से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। राधे मां ने 2 लाख रुपये का दान रामलीला कमेटी को दिया। राधे माँ ने मीडिया से बातचीत में बताया की दिल्ली में आयी तो केवल तीन दिन के लिए थी, जिसके के लिए उन्हें खास आमन्त्रित किया गया था लेकिन दिल्ली के भक्तों की आग्रह को वो टाल नहीं सकी जो पिछले कई सालों से राधे मां से जुड़े हुए है और उनपर श्रद्धा और विस्वास रखते हैं। इसलिए भक्तों की इच्छा को ध्यान में रखते हुए कुछ और दिन दिल्ली में रुकेगी।