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अगर आप स्पोर्ट्स कोटे के ज़रिये डीयू में एडमिशन लेने का सोच रहे हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है….इस बार एडमिशन प्रोसेस को बेहद स्मार्ट बनाया गया है जिससे स्टूडेंट्स को परेशानी ना हो और समय की भी बचत हो…दिल्ली यूनिवर्सिटीज (डीयू) में इस बार स्पोर्ट्स कोटे में ऐडमिशन के लिए ‘स्पोर्ट्स/गेम्स स्पेसिफिक फिटनेस टेस्ट’ होंगे। ऐसा ऐडमिशन सिस्टम की पारदर्शिता और शुरुआत में ही स्टूडेंट्स की स्क्रूटनी को आसान बनाने के लिए किया गया है । साथ ही हर स्पोर्ट्स के लिए अलग फिटनेस लेवल होता है और उसे जज करने के लिए अलग पैरामीटर होते हैं। जैसे शूटिंग और फुटबॉल के खिलाड़ियों को एक ही टेस्ट के आधार पर जज नहीं किया जा सकता। इसके अलावा यूनिवर्सिटी के काउंसिल ने ट्रायल के मार्क्स 50 से 60 कर दिए हैं और इसके लिए पैरामीटर्स भी तय किए गए हैं। इस बार डीयू स्पोर्ट्स सर्टिफिकेट का वेरिफिकेशन भी ऑनलाइन करेगा। यूनिवर्सिटी में करीब 50 खेलों की कैटिगरी में स्पोर्ट्स कोटे की 2500 से ज्यादा सीटें हैं। पिछले साल इनके लिए करीब 10000 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हुए थे। स्पोर्ट्स काउंसिल ने इस बार ट्रायल के लिए मार्क्स वेटेज 50 के बजाय 60 कर दिए हैं। ट्रायल में मिनिमम 30 नंबर लाना जरूरी होगा। सर्टिफिकेट्स के लिए 40 मार्क्स होंगे। ट्रायल में तीन कैटिगरी के तहत एक्सपर्ट्स मार्क्स देंगे, जिनमें स्पोर्ट्स स्पेसिफिक फिटनेस टेस्ट, फंडामेंटल गेम्स स्किल्स और प्लेइंग अबिलिटी (किसी खास गेम के लिए) हैं। इस सिस्टम से ट्रायल और बेहतर होंगे। पिछली बार माइनॉरिटी कॉलेज सेंट स्टीफंस और जीजस ऐंड मैरी कॉलेज ने अपने फिटनेस ट्रायल खुद किए थे, जिस वजह से दिक्कत आई थी। मगर डीयू के एक अधिकारी के मुताबिक, इस सेशन दोनों ही कॉलेज सेंट्रलाइज्ड फिटनेस टेस्ट का हिस्सा बनेंगे।