[bs-embed url=”https://youtu.be/5pJGIeXh2AM”]https://youtu.be/5pJGIeXh2AM[/bs-embed]
दिल्ली सरकार द्वारा लोगों के लिए फ्री इलाज और अस्पतालों में बेहतर सुविधा देने वाले दावों पर खतरा मंडराता हुआ नजर आ रहा है दरअसल दिल्ली सरकार के विभिन्न सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में काम कर रहे लगभग 5 हजार लेबोरेटरी स्टाफ हड़ताल पर जाकर सरकार की मुसीबत बढ़ा सकतें हैं। इंडियन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट फेडरेशन ने दिल्ली सरकार को चेतावनी दी है की यदि उनकी दो साल से लंबित मांगे नहीं मानी गयी तो वो पेन डाउनस्ट्राइक पर चले जाएँगे। जिसको लेकर लेबोरेटरी स्टाफ ने हाथों में काले रिब्बन बांध कर कई अस्पतालों के बाहर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सवाल ये है कि डेंगू और चिकनगुनिया के सीजन में अगर लेबोरेटरी स्टाफ हड़ताल पर जाता है तो सरकार द्वारा किए गए फ्री इलाज जैसे दावें झूठे साबित होने में देर नहीं लगेगी ,क्योकिं लेबोरेटरी स्टाफ ही सभी बीमारियों की जांच करता है उसके बाद ही डॉक्टर कोई फैसला लेता है। फिलहाल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट फेडरेशन दिल्ली सरकार के रवैये से नाराज है उनका कहना है कि 7वें वेतन आयोग को कोर्ट के आदेश और मंजूरी के बावजूद दिल्ली सरकार इसे टाल रही है। जिसके चलते इन लोगों ने सरकार को चेतावनी दी है और मीटिंग कर सरकार को 5 सितंबर तक की डेडलाइन दी है अगर सरकार उनकी मांगे 5 सिंतबर तक नहीं मानती है तो 6 सितंबर को फेडरेशन पेन डाउन स्ट्राइक करेगा।