[bs-embed url=”https://youtu.be/fVgoswH-1rU”]https://youtu.be/fVgoswH-1rU[/bs-embed]
रोहिणी सेक्टर 24 में प्रिंस पब्लिक स्कूल के ठीक सामने महज 59 मीटर की दूरी पर शराब के दो-दो ठेके है जिन्हे हटवाने के लिए वहां के आरडब्लूए और मार्किट के लोग पिछले चार साल से संघर्ष कर रहें है। गुरुग्राम रेयान स्कूल हादसे के बाद सरकार का ध्यान स्कूलों के 100 मीटर की दूरी वाले सभी ठेकों को तत्काल बंद करने के आदेश बेशक दिल्ली सरकार ने दे दिए हों, लेकिन सरकार अपने ही बनाए नियमों को किस कदर अनदेखा कर रही है। यह शराब एक ठेके इसका उदाहण है। शाम होते ही सरेआम लोग शराब पीते नजर आतें है। ठीक आबादी के बीच चल रहे इन ठेकों से चंद कदम की दूरी पर मंदिर भी है। क्या मार्किट और क्या पार्क इन ठेकों की वजह से खुलेआम शराबियों का जमघट लग जाता है। ऐसा नहीं है की दिल्ली सरकार और उसके अधिकारीयों को इसके जानकारी नहीं है। एलजी से लेकर मुख्यमंत्री और मंत्री अधिकारी सभी को गुहार लगा चुकें है। शराब ठेके के मालिक की सरकारी अधिकारियों की साझेदारी इनके संघर्ष पर भारी पड़ रही है। ये शराब के ठेके नियमो कानूनों की तो धज्जियाँ उड़ा ही रहे है। ठेके के आस पास पूरी मार्किट और पार्क में फ़ैली गन्दगी बता रही है की शाम होते ही इसका नजारा कैसा होता है। अब स्कूल भी मानता है की यह गलत है और इसकी जानकारी सरकार को दी भी गई है और फिर भेज रहे है। असमाजिक तत्वों और शराबियों का जमावड़ा यहाँ इतनी ज्यादा होती है ज्यादातर लोगों ने अपनी दुकानें ही बंद कर दी है। अब गुरुग्राम रेयान स्कूल हादसे की बाद सरकार की नींद टूटी है तो इन लोगों को भी उम्मीद जगी है। अब इन लोगों की मांग है कि सरकार इन ठेकों को तो बंद करे ही साथ ही उन दोषी अधिकारीयों पर भी करवाए, जिन्होंने सरकार को गुमराह किया।