Friday, November 22, 2024
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‘एकल विद्यालय’ के शतकवीरों को सम्मान

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नई दिल्ली में हो रहा यह “भव्य समर्पण सम्मान समारोह” एकल अभियान से जुड़े ऐसे ही सेवा भावी लोगों का सम्मान है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान को पूरा करने के प्रयास में तेज़ी से जुट गए है। ये वे शतकवीर है जो देश के आदिवासी और पिछड़े इलाकों में 100 या उससे भी अधिक एकल विद्यालय चलने का खर्च वहन कर रहे है। यूँ तो भारत शिक्षा लोक परिषद हर वर्ष ऐसे शतकवीरों का सम्मान करती है, लेकिन इस बार इनमें कुछ ख़ास उत्साह देखा गया वजह थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वो बयान जिसमें एकल विद्यालय की तारीफ तो की ही गई साथ ही एकल विद्यालयों की संख्या 55 हज़ार से बढाकर एक लाख तक करने का आह्वान भी मोदी जी ने किया था। नई दिल्ली के आलीशान होटल में हो रहा यह सम्मान समारोह उन्हीं का उत्साह बढ़ाने का प्रयास है जो एकल अभियान से पूरी आत्मीयत्ता से जुड़े है। भारत लोक शिक्षा परिषद भी ऐसे ही एकल अभियान का हिस्सा है जो देश के कई राज्यों में अपने शतकवीरों और महा शतकवीरों के सहयोग से एकल स्कूल चलाने का खर्च उठा रहे है। परिषद का दावा है की वे मोदी जी के आह्वान और उनके टारगेट को वर्ष 2022 तक हर हाल में पूरा कर लेंगे। भारत लोक शिक्षा परिषद के सदस्य एक परिवार के तरह जुड़ें है। इनमें ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जिनके परिवार भी इस अभियान से पूरी भावना से जुड़ें है। यही वजह है की इस समर्पण सम्मान समारोह में उनका परिवार सहित स्वागत और सम्मान किया गया। इनके सहयोग से ही देश में एकल अभियान के तहत देशभर में 56 हज़ार से ज्यादा पिछड़े और आदिवासी इलाकों में 14 लाख से ज्यादा बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। समारोह में देश के जाने माने उद्योगपति भी मौजूद थे जो आगे बढ़कर अपना योगदान दे रहे थे। इस मौके पर एकल अभियान के संघरक्षक श्री रामेश्वर लाल काबरा , केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा , डॉ मधुकर गुप्ता भी मौजूद थे। न्यासी मंडल के अध्यक्ष श्री लक्ष्मी नारायण गोयल की अध्यक्षता में हुए इस आयोजन में श्री श्याम जी गुप्ता मुख्य वक्ता रहे तो वहीँ “भाई श्री ” रमेश भाई ओझा जी ने भी ऐसे शतकवीरों की तारीफ़ की और इसे श्रीराम का काज बताया कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के बाद सांस्कृतिक कार्यकम्र से हुई। यह कार्य्रकम भी एकल अभियान के ही देशभर से आए कार्यकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत किया गया।

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