दिल्ली – रोहिणी कोर्ट ने आज बवाना अग्निकांड एक आरोपी मनोज जैन को 31 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया जांच में मनोज की एक और फैक्ट्री का पता लगा है पुलिस ने कोर्ट को बताया की मनोज जैन जांच में सहयोग नहीं कर रहा है जांच एजेंसी को आरोपियों के करीब 500 फ़ोन नंबरों की पड़ताल करनी है , लेकिन वह अपने फ़ोन नंबर का पासवर्ड तक बताने को तैयार नहीं है जांच में यह भी सामने आया की मरने वालों में के 12 साल की बच्ची भी थी पीड़ित के वकील ने जांच की क्वालिटी पर सवाल उठाते हुए कहा की दिल्ली में इतनी बड़ी तादाद में बारूद लाया जा रहा था और उसे अन्य राज्यों में भेजा जा रहा था यह बेहद खतरनाक है , लिहाज़ा इसकी जांच आईएनए को सौप देनी चाहिए कोर्ट ने उनकी याचिका सुवाई के लिये मंजूर कर ली है और इस पर फैसला होगा गौरतलब है की बाहरी दिल्ली के बवाना इलाके में चल रहे अवैध पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लग गयी थी जिसमें 17 लोगों की दर्द्नाम मौत हो गयी थी इस अग्निकांड ने दिल्ली की सुरक्षा सम्बन्धी तमाम पहुलओं में भारी खामिया भी पायी गयी थी और अब जिस तरह से पीड़ित के वकील ही जांच एजेंसियों को खामियों पर कोर्ट का धयान दिला रहे हैवह जांच एजेंसियों की नियत और काबिलियत दोनों पर भी सवाल खड़े कर रहा है
बवाना अग्निकांड :31 जनवरी तक पुलिस रिमांड में रहेगा 17 मौतों का दोषी
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