सफर 2017, अंशुल त्यागी – 2017 में हमने हिंदी सिनेमा के कई महान कलाकारो को खोया है। इन कलाकरो की मृत्यु ने बॉलीवुड को ही नहीं दर्शको को भी रुलाया। इस साल हमने शशि कपूर सहित ओम पुरी जैसे कलाकारों को खोया है। शशि कपूर और ओम पुरी ने हिंदी सिनेमा को फिल्मों के तौर पर ऐसी यादें दी, जो ताउम्र रहेंगी। आइए साल के अंत में हम आपको बताते है उन कलाकारो के बारे में जो अब इस दुनिया में तो नहीं है लेकिन हमेशा अमर रहेंगे।
शशि कपूर
बॉलीवुड के इस दिग्गज अभिनेता का निधन 4 दिसंबर 2017 को हुआ। वह लंबे समय से किडनी की समस्या से परेशान थे।अपने जीवनकाल में शशि कपूर ने 160 फिल्में कीं जिनमें से 61 में वह हीरो थे। शशि कपूर ने अपने समय की तमाम अभिनेत्रियों के साथ ‘हीरो’ की भूमिका निभाई है। नीतू सिंह, बबीता, राखी, शर्मिला टैगोर, जीनत अमान, हेमामालिनी, मौसमी चैटर्जी, रीना राय, नंदा ऐसी कोई अभिनेत्री नहीं जिसने शशि कपूर के साथ काम न किया हो। उनकी यादगारी फिल्में ‘वक्त’ ‘शर्मिली’ ‘हसीना मान जाएगी’, ‘जब जब फूल खिले’, ‘कभी-कभी’, ‘न्यू दिल्ली टाइम्स’, ‘फकीरा’, ‘सुहाग’, ‘चोर मचाए शोर’ ‘प्रेम कहानी’, ‘दीवार’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘त्रिशूल’, ‘काला पत्थर’, ‘दो और दो पांच’, ‘सिलसिला’, ‘नमक हलाल’ इत्यादि अनेक कालजयी फिल्में उन्होंने दर्शकों को दीं। 1979 में ‘जुनून’ फिल्म को बेस्ट फिल्म का अवार्ड मिला।
ओम पुरी
इस साल की शुरुआत में ही बॉलीवुड ने अपने बेहतरीन कलाकार और एक उम्दा आवाज को खो दिया था। ओम पुरी साहब का निधन हार्ट अटैक की वजह से 06 जनवरी 2017 को हुआ था। ओम पुरी ने अपना फिल्मी सफर 1976 में रिलीज हुई मराठी फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ से शुरु किया था।1982 में रिलीज हुई ‘आरोहण’ में ओम पुरी ने दमदार अभिनय दिखाया था। इस फिल्म के लिए ओम पुरी को बेस्ट एक्टर नेशनल अवॉर्ड मिला।
विनोद खन्ना
विनोद खन्ना लंबे समय से बीमार थे। वह ब्लैडर कैंसर से जूझ रहे थे। उनका निधन 27 अप्रैल 2017 को हुआ। विनोद खन्ना की खासियत थी, हम उन्हें उनके निभाए चरित्र के कारण नहीं, उनके व्यक्तित्व के कारण पसंद करते थे। 70 के दौर में यदि अभिनेताओं की शारीरिक बनावट को विशेषता माना जाता है तो विनोद खन्ना अपने दौर के सबसे बड़े अभिनेता माने जाते।
रीमा लागू
पर्दे पर ‘मां’ के किरादरों को रूह देने वाली इस अदाकार का निधन 18 मई 2017 कार्डियक अरेस्ट वजह से हुआ था।उन्होंने कई फिल्मों में सलमान खान की मां का किरदार निभाया था। जिसमें फिल्म ‘मैंने प्यार किया’, ‘आशिकी’, ‘साजन’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘वास्तव’, ‘कुछ कुछ होता है’ और ‘हम साथ साथ हैं’ में उनके किरदार को काफी पसंद भी किया गया।
इंद्र कुमार
43 साल की उम्र में बॉलीवुड का यह एक्टर 28 जुलाई 2017 को दुनिया को अलविदा कह गया। इंदर को उनके मुंबई के अंधेरी इलाके में मौजूद फ्लैट में बेहोशी की हालत में पाया गया और फिर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इंद्र कुमार, अक्षय कुमार के साथ फिल्म ‘खिलाड़ियों के खिलाड़ी’ और सलमान खान के साथ ‘वॉन्टेड’ व ‘तुमको न भूल पाएंगे’ में नजर आ चुके हैं।
टॉम अल्टर
बॉलीवुड एक्टर, राइटर और पद्मश्री टॉम ऑल्टर का निधन 29 सितम्बर 2017 को हुआ। वह स्किन कैंसर से पीड़ित थे।पद्मश्री से सम्मानित हो चुके टॉम अल्टर मशहूर टीवी शो जबान संभालके से बहुत फेमस हुए थे। वह बीमारी के चौथे चरण पर थे, जो अंत में जानलेवा साबित हुई। अमेरिकी मूल के भारतीय एक्टर टॉम ने साल 1976 में आई धर्मेंद्र स्टारर फिल्म चरस में एक छोटी सी भूमिका निभाई थी। इतना ही नहीं वह टीवी पर सचिन तेंदुलकर का इंटरव्यू लेने वाले वह पहले व्यक्ति थे। टॉम ने 1974 में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ पुणे से एक्टिंग में ग्रेजुएशन के दौरान गोल्ड मेडल हासिल किया था। 67 साल के टॉम ने टीवी शोज के अलावा 300 के करीब फिल्मों में भी काम किया है।