दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद लगातार एक के बाद एक राज्यों में चुनाव जीतने का सिलसिला शुरू कर दिया है। पूर्वोत्तर में भाजपा की उपस्थिति लगभग ना के बराबर थी, लेकिन असम की जीत के बाद भाजपा ने पहली बार यहां अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज कराई है। लेकिन जिस तरह से पार्टी ने त्रिपुरा और नागालैंड की जीत को हासिल करने में पूरा क्रेडिट नरेंदर मोदी को जाता है और साथ ही भाजपा देश के 21 राज्यों की सरकार भी बान गयी है।लेकिन त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद मूर्ति तोड़ने का जो सिलसिला शुरू हुआ है, वो तमिलनाडु होते हुए अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुकी है और थमने का नाम नहीं ले रही है। त्रिपुरा में व्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा तोड़ी गई, इसके बाद तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया और फिर बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति के बदसलूकी करने के बाद यूपी के मेरठ में बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को जमींदोज कर दिया गया ।
मूर्ति तोड़ने का ये सिलसिला यहीं थमता नहीं दिख रहा है । उत्तराखंड के हरिद्वार के बाद अब यूपी के आजमगढ़ में भी संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को निशाना बनाया गया है। आजमगढ़ के थाना अहरौला के गांव राजापट्टी में लगी बाबा साहब की प्रतिमा बीती रात तोड़ दी गई । ग्रामीणों ने सुबह जब मूर्ति टूटी हुई देखी तो वो आक्रोशित हो गए । इसके बाद घटना स्थल पर भारी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए । बाद में मौके पर पुलिस अधिकारी समेत भारी पुलिस बल तैनात किया गया । त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद लेफ्ट सरकार द्वारा स्थापित लेनिन की मूर्तियों को तोड़ा गया । इसके बाद तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति गिराई गई, फिर बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन घटनाओं पर नाराजगी जताई था । बावजूद इसके ऐसी घटनाएं रुक नहीं रही हैं ।
मूर्ति तोड़ने का सिलसिला नहीं रुक रहा ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जताई
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