दिल्ली-दिल्ली के रोहिणी में स्थित नेत्रहिनों के लिये बने हॉस्टल की दीवार पर रविवार दोपहर करिब 3 बजे पास ही में बन रहे राजीव गांधी केंसर हॉस्पिटल के नर्माण में लिये लगी क्रेन के अचानक गिर गई जिससे हास्टल में हड़कम्प मच गया। जैसे ही ये हादसा हुआ गेट पर ड्युटी पर तैनात गार्ड घबरा गया और इस हादसे की सुचना तत्काल ही हॉस्टल प्रशासन को दी ।हादसे की जानकारी मिलते ही हास्टल के सेकेटरी जनरल और बाकी स्टाफ भी मौके पर पहुंचे और हालात देख कर वो भी दंग रह गए इस हादसे का शिकार कोई नेत्रहीन भी हो सकता था लेकिन रविवार का दिन होने की वजह से ऐसा होने से बच गया लेकिन इस हादसे का शिकार क्रेन के पास ही मौजुद दो मजदूर जरुर हो गए ।इन नेत्रहिनों की जिंदगी के साथ इस तरह की लापरवाही एमसीडी प्रसाशन और सरकार पर सवालिया निशान खडे करती हैं ।लेकिन हमेशा की तरह इस बार भी स्थानिय निगम पार्षद और अधिकारियों की निंद एक हादसे के बाद ही टुटी और जानकारी मिलने बाद भी हादसे के अगले दिन मौकाय वारदात पर पहुंचे और हादसे का जायजा लिया।अब निगम की तरफ से क्या कारर्यवाही की जाती है ये तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन सवाल ये है की किसी हादसे के बाद ही सरकार और आला अधिकारियों की निंद क्यों खुलती ही ये एक सोचने का विषय जरुर है …..
निर्माणाधीन कार्य में लगी क्रेन पास के नेत्रहिनों के हॉस्टल पर गिरी
RELATED ARTICLES