दिल्ली – पिछले एक हफ्ते से चल रहे दिल्ली में नगर निगम की अतिक्रमण हटाओ अभियान में पश्चिम, दक्षिण और सेंट्रल दिल्ली के कई इलाकों में कार्यवाही की गई है।इस कार्य को करने के लिए नगर निगम, दिल्ली विकास प्राधिकरण, यातायात और दिल्ली पुलिस के कई अधिकारियों को मिलाकर केंद्रीय आवास मंत्रालय द्वारा एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है।रविवार से आरंभ हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान में कई किलोमीटर अतिक्रमण हटा भी दिया गया है।कार्यवाही के दौरान कई वाहनों का चालान भी किया गया तो वहीं कई दो पहिया और चार पहिया वाहन, रिक्शा, रेडी, पानी की मोटर, कूलर, लकड़ी का तख्त, प्लासटिक, साइकिल, लोहे के फ्रेम इत्यादि सामान को भी जब्त कर लिया गया है।
कहाँ कहाँ हुई है कार्यवाही?
मध्य जोन में की गई कार्यवाही के तहत कालका देवी मंदिर मार्ग से अमर कॉलोनी थाना, गढ़ी रोड लाइट और कैप्टन गौङ मार्ग के बीच सीलिंग अभियान चलाया गया।पश्चिम जोन की कार्यवाही के दौरान राजा गार्डन चौक से लेकर शकूरपुर व जनकपुरी ईस्ट मेट्रो स्टेशन के बीच कई जगह तोड़फोड़ में निगम के हतौड़े चलें। वहीं दक्षिण दिल्ली जोन में लाडो सराय टी पॉइंट से वायुसेनाबाद, एमबी रोड के बीच और महरौली वार्ड में निगम का कहर ढहा।
क्या है फायदा?
निगम का मानना है कि अतिक्रमण हटने के बाद सङको पर चल रहे वाहनों की रफतार में इज़ाफा होगा। अतिक्रमण होने के कारण सङके घिर गई हैं। वाहनों के चलने के लिए जगह कम हो गई है जिसके कारण ट्रैफिक बहुत धीरे चलता है। लोगों को अपने आफिस आदि पहुँचने में जाम का सामना करना पङता है जिसकी वजह से वह अकसर लेट हो जाते हैं, लेकिन अतिक्रमण हटने के बाद इस समस्या का पूर्णतः निवारण हो जाएगा। निगम ने अपने अभियान से एक ओर सड़कों पर बने अतिक्रमण को हटाकर वाहनों की रफ्तार बढ़ा दी है वहीं दूसरी ओर गरीब लोगों को बेरोजगार भी बना दिया हैं। इसी कारण कई लोग अधिकारियों के सामने रोते बिलखते भी नजर आए। लोगों का कहना है कि उनकी रोजी-रोटी का जरिया खत्म कर दिया गया है अब वह किस प्रकार अपना जीवनयापन करेंगे। लेकिन निगम ने अतिक्रमण मुक्त दिल्ली अभियान के चलते अपना रुख सख्त रखते हुए कार्यवाही जारी रखी है। इससे यह साफ होता है कि दिल्ली के कई और इलाकों में निगम की गाज़ गिर सकती है।