दिल्ली – आदमी और औरत के अलावा इस दुनिया में एक तीसरी जाती के भी लोग हैं जिसे समाज अपनी दुनिया का हिस्सा नहीं मानता लेकिन ये लोग भी इसी समाज का हिस्सा हैं जिन्हें ऊपर वाले ने हमें दुआएं देने के लिये ये दुनिया दी है ये लोग है किन्नर समाज के लोग वैसे तो इन लोगों से हमारा समाज द्वेष रखता है लेकिन जब इसी समाज को दुआओं की जरूरत होती है तो कहीं ना कहीं किन्नर समाज का सहारा लिया जाता है तभी तो हर शादी और लड़का होने पर इन्हें घर पर नचाया जाता है और इनकी दुआएँ से अपने घर को महकाने की मंशा रखते हैं और क्या हो जब इस समाज के लोग हमारे समाज के लोगों के लिये वो करें जो हम नहीं कर पाते