ये है दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 16 में स्थित ESI अस्पताल, जहाँ बीते 13 सितंबर को 11 साल की मासूम बच्ची पेट दर्द का इलाजे कराने आयी थी। जानकारी के मुताबिक पीड़ित मासूम अपनी माँ के साथ अस्पताल के बेड पर सो रही थी। और सुबहकरीब 4 बजे के आसपास वो कमरे से बाहर बने दवाई के काउंटर पर अपनी मां को बिना जगाए दवा लेने गयी कि तभी वहां से अस्पताल में सफाई कर्मचारी का काम करने वाले राधेश्याम नाम का ये व्यक्ति मासूम को साथ के ही खाली पड़े कमरे में ले गया और उसके साथ गलत काम किया। तभी पीड़ित बच्ची के सामने वाले बेड पर एक अन्य मरीज के परिजन ने बच्ची की माँ को जगाकर बताया कि बच्ची बेड पर नही हे जिसके बाद मासूम की माँ और अन्य लोगो ने बच्ची को ढूंढा और आरोपी को मौके से ही बच्ची के साथ पकड़ लिया।
आरोपी राधेश्याम करीब 2 साल से कॉन्टेक्ट बेस पर सफाई कर्मचारी का काम कर रहा था। और दिल्ली के ही बादली इलाके में रहता है। सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मेडिकल एग्जामिनेशन में बच्ची के साथ यौन शोषण की पुष्टि भी हो गयी है। घटना के बाद से ही बच्ची काफी डरी सहमी हुई है और अभी भी अस्पताल में एडमिट है और उसकी हालत भी स्थिर बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज़ों और तीमारदारों में दहशत का माहौल है।
ऐसा नही है कि किसी मासूम के साथ हैवानियत की ये कोई पहली घटना है। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से दिल्ली के अलग अलग इलाको में बच्चियों के साथ रेप और छेड़-छाड़ की खबरें लगातार आ रही हैं। और ये आंकड़ा काफी हैरान और परेशान करने वाला है। सरकारी अस्पताल में बच्ची के साथ हुई दरिंदगी की इस वारदात ने साफ कर दिया है कि अब मासूम घर, आसपड़ोस, स्कूल, अस्पताल जैसी जगहों पर भी बिल्कुल सुरक्षित नही है। ऐसी घिनोनी वारदातें समाज के इन्सानी दरिन्दों की अपंग और गिरी हुई सोच को उजागर करती हैं।