दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूल में असिस्टेंट टीचर का परीक्षा देने गयी छात्रा के ऊपर चलता पंखा गिर गया । हादसे के वक़्त छात्रा एग्जाम दे रही थी। पीड़ित छात्रा का आरोप है कि गंभीर चोट लगने के बावजूद उसे तबतक अस्पताल जाने नहीं दिया गया। जबतक एग्जाम खत्म नहीं हुआ । पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस से की है ।
उत्तम नगर में रहने वाली वाली भवना नर्सरी असिस्टेंट टीचर की परीक्षा में शामिल होने के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार स्थित सर्वोदय बाल विद्यालय नंबर 2 पहुची थी । 10 बजे परीक्षा शुरू हुई। भवना प्रश्न पत्र हल करने में जूट गयी। इसी दौरान उसके ऊपर चलता हुआ पंखा गिर गया। इस हादसे में उसके सर और कंधे पर गंभीर चोट आया
पीड़िता का आरोप है कि गंभीर चोट के बावजूद परीक्षक उसे अस्पताल नहीं ले गए । किसी तरह एग्जाम खत्म होने के बाद भावना ने अपने भाई को फोन किया जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की गई ।सूचना के बाद मौके पर पहुची पुलिस उसे जग प्रवेश अस्पताल ले गयी । जहां इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गयी
बेशक भावना को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गयी हो लेकिन सवाल ये है की क्या नियम और कानुन किसी की जंदगी से बडे होते हैं ये एक सोचने का विषय जरुर है