अशोक विहार – जीवन में सभी सुख की खोज में न जाने जीवन से ही कितने दूर होते चले जाते हैं कारण होता है कि उन्हें कोई ऐसा मार्गदर्शक नहीं मिलता जो उन्हें सच्चे सुख से रूबरू करा सके। लेकिन भारतीय समाज प्राचीनकाल से ही महापुरुषों और महान विचारधाराओं की पुण्य स्थली रही है उन्हीं में से एक हैं ब्रह्मकुमारीज संस्था। ये कोई अलग से धर्म नहीं है ये सभी धर्मों में जीवन को सुख के साथ जीने की कलाओं के ज्ञान को जन-जन तक आसान भाषा में पहुंचाने के लिए समर्पित हैं। दिल्ली के अशोक विहार में 7 अक्टूबर को ब्रह्मकुमारीज केआश्रम का उद्घाटन किया गया। ताकि सभी वर्ग को लोगों में इस आश्रम के बारे में जागरुकता बढ़े और सभी लोग भागदौड़ भरी जिन्दगी में कुछ पल निकाल कर यहां आएं और जीवन में सुख और मन की शान्ति प्रप्ति कर सकें और इस आश्रम का लाभ उठा सकें।
इस उद्घाटन समारोह में ब्रह्मकुमारीजी में उच्च पद प्राप्त भ्राता श्री ब्रजभूषण जी ने उपस्थित हो कर इस कार्यक्रम को ज्ञान और आनंद से भर दिया।
इस उद्घाटन समारोह में अशोक विहार की सामाजिक और व्यासायिक हस्तियों ने भी भारी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम सिन्धी भवन में आयोजित किया गया जहां पर भ्राता श्री ब्रजभूषण जी ने अपने विचारों से आत्म सुख को सरल शब्दों में ऐसा समझाया कि सभी मंत्रमुग्ध हो गए।