इसके बिना अब जिंदगी अधूरी है इसलिए ये जरूरी है।लेकिन यह प्लास्टिक जब प्रयोग के बाद घरों से बाहर निकलता है।सडकों पर फेंक दिया जाता है तो पर्यावरण के लिए गंभीर ख़तरा बन जाता है।यह गलता नहीं है , लिहाज़ा इसे समुद्र में फेंकाना या जमीन में दबाना पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है।प्लास्टिक वेस्ट को जलाना और भी खतरनाक है, जलाते समय निकलने वाला धुंआ हवा को जहरीला बना देता है –इस प्लास्टिक वेस्ट का पूरी तरह निस्तारण एक बड़ी चिंता और चुनौती का विषय है।ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है इस प्लास्टिक वेस्ट को रिसाईकल करना कितना जरूरी है।देश की राजधानी दिल्ली इस प्लास्टिक वेस्ट को बेहद अच्छी तरह से रिसाइकल कर रही है।प्रधान मंत्री के स्वच्छ भारत को सही मायने में दिल्ली प्लास्टिक वेस्ट कारोबारी और कबाड़ी पूरा कर रहे है।यदि दिल्ली में महज कुछ महीनो के लिए यह कारोबार बंद हो जाये तो दिल्ली में प्लास्टिक वेस्ट के कई पहाड़ बन जायेंगे।लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं है।
आईये हम दिखाते है कि दिल्ली किस तरह प्लास्टिक कचरे को पूरी तरह रिसाइकल कर पूरी दुनिया के लिए एक अच्छा उदाहरण बनी हुयी है ।वेस्ट का कारोबार कर अपनी जीविका तो चला ही रहे है , देश में पर्यावरण की सेहत सही रखने में भी क्रांतिकारी काम कर रहे है।