दिखाई दे रहा यह नजारा है फरीदाबाद का जहाँ पर आज मोहर्रम के मौके पर सिया समुदाय के लोगों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और अल्लाह के आखरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब और उनके नवासो हजरत ईमाम हसन और हजरत ईमाम हुसैन अलैहिससलाम के शहादत के मोके पर 37 वीं सालाना मजलिस और उसके बाद जुलूस-ए-अलम निकाली गई। इस मौके पर जैदी ने बताया कि यह जलूस शहर के ए:सी: नगर से निकल कर नीलम चौक,बी:के: चौक और बीकानेर स्वीट हाउस होते हुए शहर के अन्य इलाकों में जाएगा इसमें सभी धार्मिक गुरु, सामाजिक कार्य कर्ता और गणमान्य नागरिक जुलूस को संबोधित करेंगे और हजरत मौहम्मद साहब और उनके शहीद नवासों को श्रद्धांजलि देकर देशवासियों को कौमी एकता का पैगाम देंगे।वहीँ उन्होंने बताया की हमारा मकसद सभी को ये बताना है की इस दुनिया में सभी मजहब का मकसद एक है ,क्योकि हम सब एक ही ईश्वर की संतान है दुनिया में आने के बाद हम हिन्दू है और मुसलमान है।