प्रूडेंस और प्रेसिडियम विवाद में नया मोड़ आया है।शिक्षा निदेशयालय ने अशोक विहार और द्वारका के तीनो स्कूलों को नाम न बदलने का निर्देश देते हुए कहा है की वे तीन दिन में स्कूलों के नाम पुनः प्रेसिडियम कर दें।इन तीनो स्कूलों ने शिक्षा निदेशालय की बिना अनुमति के स्कूल का नाम प्रूडेंस कर दिया था।शिक्षा निदेशयालय ने चेतावनी दी है यदि उनके आदेश का पालन नहीं हुआ तो इन तीनो स्कूलों की मान्यता रद्द हो जाएगी।इस आदेश से अभिभावक खुश भी तो चिंतित भी है की यदि स्कूलों की मान्यता रद्द हुयी तो उनके बच्चों का क्या होगा ?
जी हाँ,प्रूडेंस और प्रेसिडियम विवाद में अब नया ट्विस्ट आया है।शिक्षा निदेशालय ने अशोक विहार और द्वारका के तीनो स्कूलों को आदेश दिया है की वे तीन दिन के अंदर अंदर फिर से स्कूल का नाम प्रेसिडियम कर दें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो उनकी मान्यता रद्द हो सकती है। शिक्षा विभाग के इस आदेश से अभिभावकों में फिर से चिंता है।उन्हें डर है की यहीं इस विवाद में उनके बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न हो जाये।
बता दें की इन तीनो स्कूलों के नाम नवम्बर में प्रेसिडियम से बदल प्रूडेंस कर दिए गए थे।प्रूडेंस के मौजूद चैयरमन जीएस मठारू पहले प्रेसिडियम के मुख्य सलाहकार थे।प्रेसिडियम और मदर्स प्राइड की मुखिया सुधा गुप्ता और मठारू के बीच कुछ मामलों को लेकर विवाद हुआ तो मठारू उनसे अलग हो गए।इसी कड़ी में तीन स्कूल भी अलग हुए और उनके नाम प्रूडेंस हो गए।अब शिक्षा विभाग ने इसे इलीगल बताते हुए यह निर्देश जारी किये है।यह खबर उन अभिभावकों के लिए रहत दी वाली है इन्होने प्रेसिडियम ब्रांड देखकर अपने बच्चों का एडमिशन प्रेसिडियम में कराया था।बहरहा दिल्ली दर्पण टीवी की नजर इन पर रहेगी और हर पल और पक्ष की जानकारी देने की कोशिस होगी।