राफेल डील पर मोदी सरकार और विपक्षी दलों के बीच सियासी तकरार जारी है। आज एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर एक ई-मेल का जिक्र किया और कहा कि राफेल डील होने से ठीक पहले अनिल अंबानी फ्रांस के मंत्री से मिले थे। सवाल उठता है कि राफेल डील होने से पहले अनिल अंबानी फ्रांस के रक्षामंत्री से कैसे मिले? मोदी बिचौलिये का काम कर रहे थे। उन्होंने कहा, ”अनिल अंबानी को पहले से पता था कि उन्हें राफेल सौदा मिलने वाला है। प्रधानमंत्री ने जो किया वह देशद्रोह और सरकारी गोपनीयता कानून का उल्लंघन है।”