भंगड़ा ग्रुप तो आपने बहोत देखे होगों लेकिन आज हम आपको एक ऐसे भंगड़ा ग्रूप से मिलवाने वाले हैं जो देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने भंगडे के ज़रिये लोगों को नचा रहे हैं बल्कि पंजाब की संस्कृति को दूर दूर तक फैलाने का काम कर रहे हैं। इससे पहले की हम आपको इस ग्रूप के बारे में बतायें ज़रा आप इनके भंगड़े की झलक देख लिजिये। (शॉट्स) इनके भंगड़े को देख कर दंग रह गये ना आप। तो चलिये अब आपको इस भंगड़ा ग्रूप के बारे में बता ही देते हैं । दरअसल इस भंगड़ा ग्रूप का नाम है। फोकिंग देशी इस भंगड़ा ग्रूप में कई बार टीवी शो के ज़रिये भी आपका मनोरंजन किया है जिसमें इंडिया बनेगा मंच प्रमुख रहा। कॉलेज में बना बस फन के लिये बना ये भंगड़ा ग्रूप अब ग्रूप मेंबर्स के लिये उनका पैशन बन गया है तभी तो जोब और पढाई करने के बावरजूद भी ग्रूप के मेंबर भंगड़ा प्रैक्टिस और देश और विदेशों में चलने वाले शोस्ज़ के लिये तैयारियां करने के लिये समय निकाल ही लेते हैं। इस मक्सद के साथ की भंगड़े को शादी डांस से कई उपर उठा कर एक नया मुकाम देने की । इसके लिए ये फाकिंग देसी ग्रूप कई तरह के एक्सपेरिमेंट करता रहता है। इन एक्सपेरिमेंट में सबसे बहतरिन एक्सपेरिमेंट है क्लासिकल सोंग, साउथ सोंग और इंगलिश सोंग पर भंगड़े को प्रिपेयर करना। जो अपने आप में एक बेहतरीन प्रयास है।
आपको बता दें की अब फोकिंग देसी ग्रूप ने पब्लिग डिमांड पर भंगड़ा सिखाने के लिये वर्कशॉप लगाना भी शुरु कर दिया है। इनकी वर्कशॉप में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं और अपने इडल्स से भंगड़ा सिख कर खुद को गौवान्वित महससूस करते हैं। इसी कड़ी में फोकिंग देसी ग्रूप ने अपने एक वर्कशाप दिल्ली के पीतमपुरा स्थित पीपी इंटरनेश्नल स्कूल में आयोजित की जहां सिखने वालों की अच्छी खासी संख्या देखने को मिली। इसमें ५ साल से ४५ साल तक के लोगों ने भाग लिया। भंगड़ा सिखने आए लोगों को पहले तो बेसिक स्टेप बताए गये फिर एक एक कर पूरे गाने पर भंगडा कराया गया। इसके बाद ७ टीम बनाकर बारी बारी हुई परफोर्मेंस और जिस टिम ने सबसे बेहतरीन पर्फोर्म किया उसके मैंबर्स को दिया गया एक एक यादगार तोहफा । यहां भंगड़ा सिखने आए नन्हे नन्हे बच्ची आकर्षण का कैंद्र बने रहे जिनको चोकलेट देकर हौंसला बढ़ाया । जिससे सभी काफी खुश नज़र आए।
तो अगर आप भी सिखना चाहते है भंगड़ा तो चले आईए फोकिंग देसी ग्रूप के पास जहां आपको भंगड़ा केवल सिखाया नहीं जाएगा बल्कि आप यहां आकर पंजबा की इस सुंदर और अनुठी देन के दिवाने हो जाएंगे ।