– ब्यूरो, दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली हिंसा पर लोकसभा में बुधवार को माहौल काफी गर्म रहा . चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने हालात को जल्द नियंत्रित करने के लिए दिल्ली पुलिस की पीठ थपथपाई और हिंसा, आगजनी पर दुख जताया शाह ने सदन में स्पष्ट कहा कि जिसने आगजनी की, उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी, इस से पहले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने प्रदेश में दंगाइयों पर ऐसी कार्रवाई कर चुके है , इसके अलावा लोकसभा में गृहमंत्री ने और क्या कहा, देखिये हमारी यह खास रिपोर्ट
गृह मंत्री शाह ने दिल्ली की हिंसा में 52 लोगों की मौत होने की जानकारी दी और कहा कि इसमें 526 लोग घायल हुए. इस दौरान 142 लोगों के घर जले. उन्होंने कहा कि 5000 से अधिक आंसू गैस के गोले छोड़े गए. दिल्ली पुलिस ने 36 घंटो के अंदर दंगों को समाप्त किया. शाह ने कहा कि जिसने भी आगजनी की, उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी. गृह मंत्री ने कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि हम दंगों को इतना हलके में नहीं लेते. उन्होंने सवाल किया कि 3006 भाई-बहन जला दिए गए और आप उस पर कुछ नहीं बोलते हो. शाह का इशारा 1984 के सिख दंगों की ओर था. गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश में हिंसा भड़क गई थी. उपद्रवी भीड़ ने आगजनी भी की थी. इसके साथ गृह मंत्री शाह ने अपने पक्ष में सफाई देते हुए कहा, ‘मैं इसलिए दंगा प्रभावित इलाकों में नहीं गया, क्योंकि अगर मैं जाता, तो मेरे जाने से पुलिस मेरे पीछे लगती और पुलिस दंगे रोकने में अपने बल को नहीं लगा पाती. लिहाजा मैंने अजीत डोभाल को भेजा था.’ लोकसभा में अमित शाह ने कहा, ‘मैं गुजरात में डोनाल्ड ट्रंप के कार्यक्रमों में बैठा था. मेरा वहां जाना भी पहले से तय था. मैं जिस दिन वहां गया, उस दिन कोई घटना नहीं हुई.