डिंपल भारद्वाज, संवाददाता
यूं तो राजधानी दिल्ली में अपराध का ग्राफ लगातरा बढ़ रहा है और इससे हम सभी वाकिफ भी हैं लेकिन बीते दिनों दिल्ली के आदर्श नगर में हुई घटना ने सबको चौंका दिया, जहां एक राहुल नाम के लड़के की सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर हत्या कर दी गई क्योंकि उसकी दूसरे समुदाय की किशोरी के साथ दोस्ती थी। लेकिन अब हाथरस की तरह दिल्ली के इस मामले ने भी तूल पकड़ लिया है । मृतक राहुल के परिवार से लगातार नेताओं के मिलने का सिलसिला जारी है और आखिरकार दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी परिवार से मुलाकात की और परिवार के आर्थिक हालात को देखते हुए दस लाख के मुआवजे का भी ऐलान किया। तो साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया।
इस मौके पर पीड़ित परिवार मिलने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता इसने अलावा स्थानीय विधायक पवन शर्मा, वज़ीरपुर विधायर राजेश गुप्ता, मॉडल टाउन विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी, विश्व हिंदु परिषद से कपिल खन्ना, आप पार्षद अजय शर्मा और आप के नेता विपक्ष विकास गोयल भी पहुंचे ।
राजनीति की रोटियां सिक गई, मुआवजे का एलान कर दिया गया लेकिन परिवार का बच्चा चला गया उसका जिम्मेदार कौन इसपर कोई नेता कुछ नहीं बोल रहा लेकिन परिजन ये जरूर कह रहे हैं कि उन्हें 10 लाख रुपये नहीं चाहिए बल्कि इंसाफ चाहिए तो वहीं राहुल के पड़ोसियों का कहना है कि कि सबको 1 करोड़ और राहुल के परिवार को 10 लाख क्यों ?