मनोज सूर्यवंशी, संवाददाता
दिल्ली एनसीआर।। फरीदाबाद पहुंचे अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने महान वैज्ञाानिक जगदीश चंद्र बोस की 162वीं जयंती के उपलक्ष्य में जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय में जगदीश चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया।जगदीश चंद्र बोस की प्रतिमा को विज्ञान के लिए उनके योगदान के शिलालेख के साथ कुलपति सचिवालय के सामने स्थापित किया गया है।
मुख्यअतिथि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा कि उन्हें खुशी है कि आज उनको देश के सबसे बड़े वैज्ञानिक की प्रतिमा का अनावरण करने का मौका मिला है, वही उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते स्कूल कॉलेज बंद है जल्द ही वैक्सीन आने वाली है जब तक दवा नहीं मिल जाती तब तक स्कूल कॉलेज खोलना खतरे से खाली नहीं होगा। उम्मीद है कि आने वाले करीब 3 महीने में स्कूल और कॉलेज खोल दिये जाएंगे।
इस संबंध में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि जगदीश चंद्र बोस को देश के सबसे बड़े अंतःविषय वैज्ञानिक के रूप में स्वीकार किया जाता है। वह रेडियो और वायरलेस संचार के जनक थे और यह साबित करने वाले पहले वैज्ञानिक थे कि पौधों में भी जीवन होता है। आधुनिक विज्ञान के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों को मान्यता देते हुए राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2018 में वाईएमसीए विश्वविद्यालय का नाम इस महान वैज्ञानिक के नाम पर रखा गया था।
उनकी जयंती को धूमधाम से मनाने के लिए विश्वविद्यालय ने विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है जिसमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओेटी) पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और आईओेटी स्टार्ट-अप चैलेंज शामिल हैं।