-दिल्ली दर्पण टीवी दिल्ली।
दिल्ली के मुख्य मंत्री अरिवंद केजरीवाल आवास पर पिछले 7 दिनों से 13 हज़ार करोड़ रूपये की मांग को लेकर धरने पर बैठे दिल्ली नगर निगम तीनों मेयर के साथ 20 महिला पार्षद भी बैठी है। आज देर शाम महिलाओं के बैठने की जगह पर सीसीवीर कैमरा लगाने पहुंचे टीम का साथ बीजेपी नेताओं और महिलाओं की झड़प हो गयी। दोनों तरफ से हंगमा इतना ज्यादा था कि कैमरा लगाने वाले सरकारी मुलाज़िमों को बैरंग ही वापस लौटना पड़ा। साउथ एमसीडी मेयर अनामिका ने सीसीटीवी कैमरा लगाने के औचित्य पर सवाल किया कि वे इस जगह कैमरा क्यों लगाना चाहतें है जहाँ महिला पार्षद खुले आसमान के निचे सो रहे है। महिला की एक निजता होती है ऐसे में यहाँ कैमरा लगाने का भला क्या मतलब है ? कैमरा लगाने आये लोगों ने कहा की वे सुरक्षा के यह सब कर रहे है। इस पर बीजेपी महिला पार्षदों ने कहा की यही महिलों की इतनी ही चिंता है और उन्हें यहाँ टैंट लगाने का अनुमति क्यों नहीं देते ? इस कड़कड़ाती ठण्ड में महिलाएं और बीजेपी मेयर खुले आसमान के नीच सो रहे है।
महिला पार्षदों का कहना था की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल महिलाओं के सोने की जगह पर कैमरा लगाकर उनकी निजता और गोपनीयता का हनन नहीं कर सकते। सीएम आवास पर कैमरा लगाने आये सरकारी कर्मचारियों और बीजेपी नेताओं और महिलाओं के बीच बहस ही नहीं आंशिक झड़प भी हुयी। महिलाओं ने कैमरा नहीं लगाने दिया। जबकि उतरी दिल्ली के महापौर जयप्रकाश और पूर्वी दिल्ली के महापौर निर्मल जैन का कहना है कि शनिवार को भी बारिश के बाद जब हम लोग यहां तिरपाल लगा रहे थे तब दिल्ली सरकार के कर्मचारी विरोध करने आए थे तब हमारी महिला पार्षदों ने संयम का परिचय दिया था, लेकिन रविवार को जब महिलाओं के सोने की जगह जहां पर वे पूरे दिन लेटी रहती हैं वहां कैमरा लगाने आया तो उसका विरोध किया गया! हम लोगों ने कोई कैमरा नहीं तोड़ा! हमारी मुख्यमंत्री से मांग है कि वे बातचीत क्यों नहीं करते? अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं! हम संयम से काम ले रहे हैं लेकिन हमारे संयम का मुख्यमंत्री नाजायज तरीके से फायदा उठाना चाहते हैं!