मनोज सूर्यवंशी, संवाददाता
दिल्ली एनसीआर- कोविड-19 के चलते हरियाणा रोडवेज को पहले ही करोड़ों रुपए के घाटे से निकलना भारी पड़ रहा था जैसे ही धीरे-धीरे हरियाणा रोडवेज का पहिया गति पकड़ने लगा वैसे ही कृषि बिलो के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन ने हरियाणा रोडवेज के पहिए की गति फिर से थाम दिया है।
किसान आंदोलन के कारण फरीदाबाद हरियाणा रोडवेज से चलने वाली बसों का पहिया रुक गया है और करीब दो दर्जन रूटों पर चलने वाली बसे बंद पड़ गई है जिससे राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है बंद किए गए रूटों में से ज्यादातर वह रूट है जहां से हरियाणा रोडवेज को भारी-भरकम किराया मिलता है किसान आंदोलन के कारण फरीदाबाद बस डिपो से उत्तरी राज्यों जैसे हिमाचल उत्तराखंड जम्मू-कश्मीर पंजाब दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लगभग 24 बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है।
फरीदाबाद रोडवेज विभाग के अनुसार जब से किसानों के द्वारा बॉर्डर बंद किए गए हैं तब से दिल्ली, पंचकूला, हमीरपुर, शिमला, बैजनाथ, जम्मू हरिद्वार और ऋषिकेश सहित कई लंबे मार्गों पर कोई भी बस नहीं चली है पिछले 7 दिनों से दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन चल रहा है किसान आंदोलन दिल्ली में 26 नवंबर से शुरू हुआ जिसके बाद दिल्ली से बसों का रूट बंद हो गया।लेकिन अब ऐसे में किसान आंदोलन से हरियाणा रोडवेज को लाखों का नुकसान हो रहा है