काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली।। MCD के हालात इतने खराब हो चुकें है कि कर्मचारी हड़ताल पर जाने के लिए विवश है। MCD के इन्हीं हालातों को देखते हुए जब हमने लोगों के विचार जानने की कोशिश करी कि लोग इस बारे में क्या सोचते हैं और किसे हालातों का जिम्मेदार मानते है तब लोग इस समस्या पर तीन गुटों में बटे दिखे। जायज़े के दौरान कई लोगों ने कहा कि वह दिल्ली और MCD कर्मचारियों के हालातों की वजह दिल्ली सरकार को मानते हैं। क्योंकि दिल्ली सरकार ने 13000 करोड़ रूपय का फंड रोक रखा है। तो वहीं कुछ लोगों का मानना है भाजपा हालातों की जिम्मेदार है। तीसरी तरफ लोगों का कहना यह है कि केजरीवाल सरकार और भाजपा दोनो ही राजनीति कर रहे है। जिसमें आम जनता और कर्मचारी पिसने पर मजबूर है।
MCD कर्मचारियों के हड़ताल की वजह से दिल्ली की सड़कों पर हर जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है। जिससे आम जनता काफी परेशान है। लोगों का कहना है कि गंदगी की वजह से जो बदबू हर जगह फैल रही है उसने उनका जीना दुश्वार किया हुआ है। सिर्फ कॉलोनियां ही नहीं इसके अलावा मार्केट भी गंदगी से भरे पड़े हैं। इसकी वजह से दुकानदारों के साथ – साथ ग्राहकों को भी परेशानियां हो रही हैं। जब हमने दुकानदारों से बात करने की कोशिश करी तो उन्होंने बताया कि गंदगी की वजह से लोग मार्केट में आना पसंद भी नहीं कर रहे है।
आपको बता दें कि एम सी डी के कर्मचारी काफी समय से अपने वेतन को लेकर हड़ताल कर रहे है। उनका कहना है कि सरकार ने कई समय से उनका वेतन नहीं दिया जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। सभी सरकारें चुनावों के समय बड़े बड़े वादे करती है लेकिन इन सब को देख कर अनुमान लगाया जा सकता है कि बाद में हकीक़त कुछ और ही सामने आती है। आगे देखना यह होगा कि कर्मचारी और लोगों की समस्या को सुधारने के लिए सरकार कोई कदम उठाती है या नहीं।