शिवानी मोरवाल, संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगमों के कर्मचारियों ने 7 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल की वजह से दिल्ली का बड़ा हिस्सा कूड़े-कचरे से भर गया है। कई बाजारों की सड़कें, फूटपाथ और गलियों में कूड़े की वजह से चलना दूभर हो गया है। कमला मार्केट में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बाजार में हर गालियों में कूड़े का अंबार हफ्तों से लगे हैं। यही कारण अब कमला मार्केट कूड़े वाली मार्केट बन चुकी है।
इसे लेकर दुकानदारों में काफी आक्रोश है। कूड़े की वजह से उनकी दुकानदारी पर काफी असर पड़ा है। एक दुकानदार ने उनकी समस्या के बारे में पूछने पर बताया कि हम तो पहले से ही कोरोना जैसी महामारी से परेशान थे। पर जब कोरोना वैक्सीन आई तो एक नई उम्मीद जगी की अब सब पहले से जैसा हो जायेगा। किंतु कर्मचारियों की हड़ताल से दूसरी परेशानी आ गई है। ग्राहक कूड़े की वजह से दुकान में आना पंसद नहीं कर रहे हैं। ग्राहकों के लगता है इससे कोरोना का खतरा बढ़ जाएगा, या फिर दूसरी बीमारियों की चपेट में आ जाएंगे। इसी के साथ सभी दुकानदारों ने सरकार से भी गुहार लगाई।
खाने—पीने की रेहड़ी लगाने वाले भी कूड़े की गंदगी और दुर्गंध से काफी परेशान हो चुके हैं। उनकी बिक्री कम हो गई है।
इधर-उधर पॉलिथीन के कूड़ा पड़े रहने के कारण बाईक और स्कूटी वाले दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। कई लोगों के सामान, खासकर सब्जियां, दूध आदि उनमें गिरकर खराब हो जाते हैं। दुकानदार इसक शिकायत करे तो किससे? सफाईवाले आ नहीं रहे हैं। जब कभी दिखते हैं तो कहते हैं कि वे हड़ताल पर हैं। उन्हें वेतन नहीं मिला है। जब वेतन मिलेगा तब काम करेंगे।