Friday, November 8, 2024
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अशोक विहार -अग्रवाल वे.सोसाइटी चुनाव के लिए ऑब्जर्वर की नियुक्ति अपमान जनक :-डॉ एचसी गुप्ता 

-दिल्ली दर्पण ब्यूरो 

अशोक विहार। अशोक विहार अग्रवाल समाज की सबसे बड़ी और सम्मानित संस्था अग्रवाल वेलफेयर सोसाइटी के 4 अप्रैल को होने वाले चुनावों के लिए कोर्ट द्वारा ऑब्जर्वर की नियुक्ति पर संस्था के प्रमुख लोग हैरानी और नाराजगी जता रहे है। सबसे ज्यादा आहात पिछले 5 चुनावों में चुनाव आयुक्त ज़िम्मेदारी निभा रहे डॉ एचसी गुप्ता हुए है। डॉ एचसी गुप्ता का दर्द है कि जब भी वे चुनाव लड़ने का मन बनाते है समाज उन्हें चुनाव कराने की जिम्मेदारी देकर चुनाव आयुक्त बना देता है। और अब जब उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का मन बनाया तो उन्हें सह चुनाव प्रभारी बना दिया। जितने भी चुनाव डॉ एच सी गुप्ता की टीम ने कराये उसकी सभी ने तारीफ़ की फिर चाहे वह चुनाव जितने वाला यो है चुनाव हारने वाला ग्रुप या फिर समाज के प्रमुख लोग। ऐसे में कोर्ट की निगरानी में चुनाव करना उन्हें अपमान जनक लग रहा है। उनका दर्द है कि यदि उनकी निष्पक्षता पर संदेह था तो फिर सोसाइटी के वकील ने उनके नाम अतिरिक्त चुनाव अधिकारी के लिए क्यों दिया गया?  नाम देने से पहेल उन्होंने उनकी अनुमति तक लेना जरूरी नहीं समझा। 

सोसाइटी के चुनाव कोर्ट की निगरानी में कराये जाने पर समाज में भी तीव्र प्रतिक्रिया य्वक्त की है। सवाल उठाये जा रहे है की क्या समाज में ऐसे नाम नहीं है जो निष्पक्ष चुनाव करा सके। समाज के प्रमुख लोग डॉ गुप्ता को इसके लिए बेहतरीन चुनाव अधिकारी मानते रहे है। उन्होंने निष्पक्ष चुनाव ही नहीं कराये बल्कि चुनाव प्रक्रिया में बेहद सुधार भी किये। चुनाव प्रक्रिया के दौरान हर ट्रष्टी के समय और सुविधा का ध्यान रखा। ऐसे में कोर्ट द्वारा ऑब्जर्वर नियुक्त करना समाज का अपमान ही नहीं बल्कि सोसाइटी के धन की बर्बादी भी है। 

डॉ एचसी गुप्ता ने बिना अनुमति कोर्ट में नाम दिए जाने पर सोसाइटी को भी अड़े हाथों लिया है और साथ ही कोर्ट को भी इसकी जानकारी दी है। कोरोना काल से ही पत्रों द्वारा अपने विरोधियों पर प्रहार करते आ रहे डॉ गुप्ता ने इस बार महासचिव कैलाश को भी आड़े हाथों लिया है। वे इस बात पर नाराज है जिसमें कहा गया है की डॉ एचसी गुप्ता ने कोर्ट की कार्यवाही में हिस्सा लिया है।  इसकी सूचना पत्र द्वारा समाज को भी दी है जिसमें कहा गया है की वे उस वक्त दिल्ली में थे ही नहीं फिर कोर्ट की कार्यवाही में हिस्सा कैसे ले सकतें है ? यह झूठ क्यों बोला गया समझ से परे है।  क्या डॉ एचसी गुप्ता चुनाव अधिकारी बनसे से बच रहे है ?  दिल्ली दर्पण के इस सवाल पर डॉ गुप्ता ने कहा की पहले तो सोसाइटी के उन जिम्मेदार लोगों को माफ़ी मांगनी किये उसकी बात वे इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार है। ऐसे में देखना यह है क्या डॉ गुप्ता कोर्ट की निगरानी में होने वाली चुनाव कमेटी का हिस्सा होंगे या नहीं। 

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