मनोज सूर्यवंशी, संवाददाता
दिल्ली एनसीआर।। एक कहावत बहुत मशहूर है किसी ने कहा है जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है। यह कहावत एनआईटी फरीदाबाद मैं पिछले 40 वर्षों से रह रहे एक 95 वर्षीय बुजुर्ग के देहांत के बाद सटीक साबित होती नजर आई।बता दें कि एनआईटी फरीदाबाद के सेक्टर 25 इलाके में लगभग 40 वर्षों से झुग्गी बना कर जीवन यापन कर रहे लगभग 95 वर्षीय एक बुजुर्ग की आज अचानक मौत हो गई।
बुजुर्गों आंखों से भी नहीं दिखाई देता था जैसे तैसे वह अपने जीवन के अंतिम क्षणों को को काट रहे थे की उनकी अचानक मौत के बाद आसपास में रहने वाले लोगों ने बताया कि इस बुजुर्ग बाबा का इस दुनिया में कोई नहीं था वह अकेले थे अकेले होने के चलते अब उनके अंतिम संस्कार में भी बाधा आ रही थी। लोग एक दूसरे की ओर देख रहे थे कि तभी इसकी सूचना मीडिया को लगी मीडिया ने इसकी जानकारी कुछ समाजसेवियों से सांझा की जिसके बाद एक नहीं सैकड़ों समाजसेवी इस लावारिस बुजुर्ग के वारिस बनकर सामने आए और लावारिस बुजुर्ग का विधिवत रूप से ढोल नगाड़े बजाकर अंतिम संस्कार कराया गया।
तस्वीरें एनआईटी फरीदाबाद के सेक्टर 25 की है जिसमें आप देख सकते हैं किस प्रकार से लावारिस बुजुर्ग का विधिवत रूप से अंतिम संस्कार कराया जा रहा है। यह वही बुजुर्ग है जो एनआईटी फरीदाबाद के सेक्टर 25 में पिछले 40 वर्षों से झुग्गी बनाकर रह रहे थे कुछ दिन पहले किसी सरारती तत्व ने इनकी झुग्गी में भी आग लगा दी थी जिसमे इनका सब कुछ जलकर स्वाहा हो गया था जिसके बाद से जैसे तैसे ही इनका गुजर बसर चल रहा था ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाबा पीछे से उत्तर प्रदेश के किसी जिले के रहने वाले थे उन्होंने बताया कि इनका इस दुनिया में कोई नहीं था यहीं रहकर यह अपना जीवन यापन कर रहे थे इन्हें आंखों से भी नहीं दिखाई देता था बस किसी तरह से यह अपने अंतिम पलों को काट रहे थे कि आज उनकी मौत के बाद जब उनकी अंतिम संस्कार में बाधा आ रही थी तब ऐसे में मीडिया की सूचना के बाद समाजसेवी शिवा दहिया ( जो पिछले लंबे समय से गौ सेवा के कार्य में जुटे हैं यह वही शिवा दहिया है जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान लोगों की बढ़-चढ़कर मदद की थी) ,व उनके सहयोगी समाजसेवी संदीप और वार्ड नंबर 1 के पूर्व पार्षद जगन डागर ने इनके अंतिम संस्कार में तन मन और धन से सहयोग करते हुए भाग लिया और जिस प्रकार कोई अपने बुजुर्गों का इस दुनिया से जाने के बाद अंतिम संस्कार कराता है उसी प्रकार ढोल नगाड़ा बजाते हुए विधिवत रूप से इस लावारिस बुजुर्ग का अंतिम संस्कार कराया।
शिवा दहिया और उनकी टीम अब इस बाबा को अस्थियों को भी हरिद्वार ले जाकर विधिवत रूप से गंगा जी में प्रवाह करेंगे। इस मौके पर शिव दहिया और संदीप ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोगों को अपने बुजुर्गों को यह लावारिस हालत में नहीं छोड़ना चाहिए उन्हें अपने बुजुर्गों की सेवा करनी चाहिए।