मनोज सूर्यवंशी, संवाददाता
दिल्ली एनसीआर। सूबे की मनोहर सरकार जहां पूरे तरीके से हरियाणा में जीरो टोलरेंस का दावा करती दिखाई देती है वही फरीदाबाद में एक के बाद एक लगातार घोटाले उजागर होते दिखाई दे रहे हैं। अबकी बार समाज कल्याण विभाग का एक मामला है सामने आया जहां पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर पेंशन बनाने का मामला आरटीआई कार्यकर्ता वरुण स्योकंद ने उठाया।
फरीदाबाद में भ्रष्टाचार के मामले लगातार एक के बाद एक रुकने का नाम नहीं ले रहे फिर चाहे नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचारों की बात करी जाए या फिर पंचायती राजो में एक के बाद एक हो रहे घोटाले की बात करी जाए लेकिन यह मामला अभी भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब की बार समाज कल्याण विभाग में फर्जी तरीके से लगभग 215 लोगों की पेंशन बनाने का मामला सामने आया है जिसमें फर्जी उम्र का मेडिकल सर्टिफिकेट लगाकर पेंशन बनवाई गई और आज भी पेंशन सुचारू रूप से लोगों को दी जा रही है।
आरटीआई कार्यकर्ता वरुण ने पत्रकार वार्ता कर इस पूरे मामले के तमाम वह दस्तावेज भी मुहैया करवाए जिसमें साफ साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरीके से इन लोगों के फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाए गए और उन्हीं मेडिकल सर्टिफिकेटो के आधार पर इन लोगों की पेंशन बनवाई गई। वही आरटीआई कार्यकर्ता वरुण की माने तो इस पूरे गोरखधंधे के पीछे समाज कल्याण विभाग के कुछ कर्मचारी मौजूद हैं जिनके द्वारा लोगों से 15 से ₹20 हजार प्रति व्यक्ति से पेंशन बनाने की एवज में पैसे लिए जाते हैं। भाई आरटीआई कार्यकर्ता वरुण श्योकंद ने कहा कि इस पूरे मामले में जल्दी पारदर्शिता से जांच होनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।