जूही तोमर, संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली के अस्पतालों में जहां पिछले एक महीने से बिस्तर का संकट था। वहीं अब स्थिति ऐसी बदल रही है कि जीटीबी अस्पताल में देर रात केवल एक मरीज को भर्ती किया गया था। आपातकाल में 20 ऑक्सीजन बेड खाली थे। डॉक्टरों ने हंसते हुए कहा कि यह अच्छा लग कि हम मरीजों का इंतजार कर रहे हैं।
मंगलवार की रात 11 बजे जब जीटीबी अस्पताल के आपातकालीन विभाग का जायजा लिया गया तो यहां की तस्वीर कुछ अलग ही थी। यहां हर दिन मरीजों की भीड़ और ऑक्सीजन के अभाव में तड़पते मरीजों का दुख देखने को मिल रहा था। ऑक्सीजन पाइंट न होने की वजह से हर मरीज को यहां इलाज भी नहीं मिल पा रहा था।
तब स्थिति यहाँ तक आ गई कि थी की अस्पताल को चार दिनों के लिए अपने मुख्य द्वार को बंद करना पड़ा था। वहीं ऑक्सीजन संकट की वजह से बिस्तरों की क्षमता भी आधी करनी पड़ी लेकिन अब हालात कुछ और ही स्थिति को बयां कर रहे हैं। बता दे कि, अब उनके पास वर्तमान में 20 बेड खाली हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आईसीयू बेड के लिए सीएमओ की ओर से रैफर होना जरूरी है। अस्थायी आईसीयू कोविड अस्पताल में वही से मरीज भेजा जाएगा हम मरीजों का इंतजार कर रहे हैं। एक महीने के बाद ही सही, लेकिन आज का दिन बहुत अच्छा है, वरना हर रोज लोगों को पीड़ित और मरने की दृष्टि से नहीं देखा जा सकता था।