जूही तोमर, संवाददाता
नई दिल्ली। डीआरडीओ द्वारा विकसित एंटी-कोविड ड्रग 2-DG का पहला बैच आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन द्वारा जारी किया गया है। DGCI ने पिछले सप्ताह दवा के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी थी। महामारी के खिलाफ लड़ाई में दवा एक गेम-चेंजर हो सकती है क्योंकि यह अस्पताल में भर्ती मरीजों की तेजी से रिकवर करने में मदद करती है और ऑक्सीजन पर निर्भरता को कम करती है।
2- DG दवा का एक एंटी-COIVD 19 चिकित्सीय अनुप्रयोग है। इसे डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज के सहयोग से डीआरडीओ की प्रयोगशाला, इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलाइड साइंसेज द्वारा विकसित किया गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, डायग्नोस्टिक परीक्षण के परिणामों से पता चला है कि यह अणु मरीजों की रिकवरी मे तेजी से मदद करता है और ऑक्सीजन निर्भरता को कम करता है।
DRDO ने अपने उद्योग भागीदार DRL हैदराबाद, के साथ मिलकर कोरोना रोगियों में दवा की सुरक्षा का परीक्षण करने के लिए डायग्नोस्टिक परीक्षण शुरू किया और मई-अक्टूबर 2020 के दौरान किए गए दूसरे चरण के परीक्षणों में, दवा को कोरोना रोगियों में सुरक्षित पाया गया और उनकी वसूली में महत्वपूर्ण सुधार दिखाई दिया।