तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान संगठनों के आंदोलन को 6 महीने पूरे हो चुके हैं। आज प्रदर्शकों द्वारा “ब्लैक डे” मनाया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का कहना है कि सरकार ने मांगें नहीं मानीं। काला कानून मत हटाओ। यह हमारे लिए एक “काला दिन” है और ऐसे मौके पर किसान काले झंडे लगा रहे हैं।
टिकैत ने कहा, “हम भी तिरंगा लेकर चल रहे हैं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। दिल्ली कोई नहीं आ रहा है। लोग जहां हैं वहीं झंडी दिखा रहे हैं।”
इससे पहले टिकैत ने कहा था कि 26 मई को हम सभी काले झंडे लगाएंगे। अलग से भीड़ या जनसभा नहीं होगी। कोई बाहर से दिल्ली नहीं आएगा। लोग जहां भी होंगे झंडा फहराएंगे। उन्होंने कहा कि हजारों किसानों के विरोध में 6 महीने हो गए हैं, लेकिन सरकार नहीं सुन रही है। इसलिए हम काले झंडे लगा रहे हैं।
किसानों के इस प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन फिलहाल पूरी तरह अलर्ट पर है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल ने भी बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने किसानों से अपील की थी कि कोरोना महामारी के मद्देनजर कोई आयोजन या भीड़ जमा न करें।