तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली, कोरोना संक्रमण के कारण प्रभावित हुई है। तेजी से कोरोना संक्रमण के कारण वेंटिलेटर, आईसीयू बेड से लेकर दिल्ली में ऑक्सीजन तक की की भारी कमी है। ऑक्सीजन की कमी के कारण दिल्ली में मरीजों की जान लगातार जा रही है। ऐसे में, कोरोना की बिगड़ती स्थिति के कारण, सोमवार को दिल्ली सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर सेना के सहयोग की मांग की है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रक्षा मंत्री राजनाथ को पत्र लिखकर दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के कारण विनाशकारी स्थिति के लिए सेना से मदद मांगी है। सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर सेना की मदद मांगी है। पत्र में उन्होंने लिखा कि जिस तरह से डीआरडीओ ने एक अस्पताल तैयार किया है, उसी तरह कई और अस्पताल तैयार किए गए हैं। अस्पताल, जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर बाकी सभी व्यवस्थाएं हैं।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना की चौथी लहर से हालात लगातार बिगड़ती जा रही है। मरीजों की मौतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने भी दिल्ली सरकार को फटकार लगाते सेना से मदद लेने की सलाह दिया था। पर जब दिल्ली सरकार ने सेना से मदद नहीं लिया तो हाईकोर्ट ने कोरोना की तेजी से फैल रही संक्रमण के कारण ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड़ो की कमी, ऑक्सीजन और दवाओं की कमियों और कालाबाजारी शिकायतों को लेकर फटकार लगाते हुए कहा था कि आपने कोरोना से निपटने के लिए सेना की मदद क्यों नहीं ली?
हाईकोर्ट ने कहा था कि सेना के काम करने का अपना तरीका है। उसका अपना बुनियादी ढांचा है। जब आप स्थिति को संभालने में विफल रहे, तो सेना ने मदद क्यों नहीं ली? जिसके बाद दिल्ली सरकार की ओर से पेश हुए वकील ने कहा कि हम इस प्रक्रिया में डीआरडीओ से बात कर रहे हैं।