नेहा राठौर
दिल्ली में इन दिनों वायरल इन्फेक्शन ने बच्चों को अपनी जकड़ में ले रखा है, जिस कारण बच्चों में बुखार, खांसी-जुकाम और शरीर पर लाल निशान पड़ने जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं। ऐसे में दिल्ली के अस्पतालों में बच्चों के इलाज के लिए लोगों की भीड़ जुटी हुई है।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से बच्चों में अचानक से वायरल इन्फेक्शन के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। जिसके कारण दिल्ली के अस्पताल बच्चों के इलाज के लिए आये लोगों से पूरी तरह लबालब भरे हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली के चाचा नेहरू अस्पताल में पिछले साल के मुकाबले इस साल बच्चों के केस में बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले साल इसी सीजन के दौरान जहां हर रोज 800 से 900 केस आते थे। वहीं इस साल पिछले एक हफ्ते से हर रोज 1700 केस आ रहे हैं।
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ऐसा ही कुछ हाल दिल्ली के बाकि अस्पतालों का भी है। बीएलके मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल डॉक्टर्स की मानें वायरल बुखार के मामले ने पिछले दो हफ्तों में रफ्तार पकड़ी है। पिछले साल के मुकाबले ये केस डेढ़ गुना तक बढ़े हैं। हॉस्पिटल में हर रोज 20 से 50 बच्चों को ओपीडी में देखा जा रहा है। वहीं डॉक्टरों का यह भी कहना है कि इसमें घबराने की बात नहीं है क्योंकि बच्चों में ज्यादातर मामले 10 साल के कम उम्र के बच्चों में देखे जा रहे हैं और इनमे से कई मामले तो डेंगू और टाइफाइड के हैं जो जल्द ही ठीक हो जाएंगे।
यह आलम सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में भी देखाज सकता है। इस बुखार के चलते फिरोजाबाद में हर रोज करीब 15 से 20 बच्चों की मौत हो रही है। वहीं कई जगह अस्पताल की लापरवाही के मामले भी सामने आ रहे हैं। लोग दूर-दूर से बच्चों को साइकिल पर, गोद में, रिक्शे में इलाज के लिए अस्पताल लेकर जा रहे हैं।
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