Sunday, September 8, 2024
spot_img
Homeअन्यचर्चा का विषय बने नार्थ वेस्ट जिला पुलिस कार्यालय के आसपास बड़ी...

चर्चा का विषय बने नार्थ वेस्ट जिला पुलिस कार्यालय के आसपास बड़ी संख्या में बने पुलिस बूथ

अधिकतर बूथों पर पुलिसकर्मी न होने और ताले लगे होने की वजह से दिया जा रहा है अतिक्रमण करने का रूप  

दिल्ली दर्पण ब्यूरो, नई दिल्ली।

दिल्ली पुलिस विभिन्न मामलों को लेकर चर्चा में रहती है यदि यह चर्चा बड़ी संख्या में जगह जगह बने पुलिस बूथों की वजह से अतिक्रमण होने को लेकर हो रही हो तो अजीब लगेगा न। जी हां नार्थ वेस्ट जिला पुलिस कार्यालय के आसपास बड़ी तादाद में बने पुलिस बूथों पर पुलिसकर्मी न होने तथा अधिकतर समय पर बूथों पर ताले लगे होने को लेकर हो रही है। दरअसल कहीं पर ट्रैफिक के नाम पर तो कहीं पर थाना पुलिस के नाम पर और कहीं पर पिंक बूथ के नाम पर क्षेत्र में जगह जगह पुलिस बूथ बना दिए गए हैं।

यह दिलचस्प है कि चर्चा इन पुलिस बूथों से जनता को होने वाले लाभ को लेकर नहीं हो रही है बल्कि इस बात लेकर हो  रही कि क्या कहीं पर भी बना देने वाले पुलिस बूथों के लिए क्या पुलिस को किसी की अनुमति नहीं लेनी होती है क्या ? क्या पुलिस बूथ के नाम पर जगह जगह अवैध निर्माण नहीं किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि पहले से ही पुलिस बूथ होने के बावजूद कुछ दुरी पर ही दूसरे बूथ बना दिए जा रहे हैं। देखने की बात यह है हाल ही में नार्थ वेस्ट जिला पुलिस ने जब महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि के तहत हर थाना स्तर पर पिंक बूथ बनाये तो इस काम की खूब सराहना भी हुई थी पर तादात में ज्यादा वृद्धि करने से अब आलोचना भी हो रही है।

लोगों के सवाल है कि क्या ये पुलिस बूथ पुलिसकर्मियों के आराम स्थल के रूप में बनाये जा रहे हैं ? दरअसल  शालीमार बाग़, नेताजी सुभास पुलिस थाना, मौर्य एन्क्लेव, आदर्श नगर और मॉडल आदि क्षेत्रों में जगह-जगह नए पुलिस बूथ बन रहे है। यह पुलिस बूथ कितने पास-पास बन रहे हैं, इसका अंदाजा इस बात ले लगाया जा सकता है कि  भारत नगर थाना क्षेत्र में एक ओर जहां वज़ीर पुर पानी की टंकी पर पुलिस बूथ बन रहा है वहीँ  केशव पुरम थाना क्षेत्र के प्रेरणा चौक पर भी एक पुलिस बूथ बन रहा है। अशोक विहार फेज-1 एच ब्लॉक मार्किट में अलग से बड़ा पुलिस बूथ बन रहा है। यह हाल तब है जब पहले से ही यहां पर पुलिस बूथ बने हुए है। इतना ही नहीं इनसे अलग भी बड़े पैमाने पर जगह-जगह पुलिस बूथ बन रहे हैं। चूंकि मामला पुलिस से जुड़ा हुआ है। इसलिए लोग खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं। हां सवाल जरूर उठा रहे हैं।  लोग सवाल कर रहे हैं कि जब  इन बूथों पर तैनात करने के लिए पुलिसकर्मी पर्याप्त नहीं हैं तो फिर इतने बड़े स्तर पर पुलिस बूथ बनाने की जरुरत क्या है ?  उधर पुलिस का कहना है कि अशोक विहार एच ब्लॉक मार्केट के सामने दो-दो स्कूल हैं। इसलिए यहां पर छात्रों और महिलाओं की सुरक्षा के साथ ही ट्रैफिक की समस्या आदि पर अंकुश लगाने के लिए यहां पर पुलिस का रहना आवश्यक है।

मामले को लेकर स्थानीय निवासी अतुल अग्रवाल का कहना है कि इन बूथों का लाभ तभी है जब यहाँ हर समय पुलिस कर्मी तैनात रहें। हर थाना स्तर पर पुलिस कमेटी से जुड़े लोग कहतें हैं कि जिले के लगभग हर थाने में स्टाफ की भारी कमी के चलते बूथ पर हर वक्त पुलिस कर्मी तैनात नहीं हो सकता है। यही वजह है की पुलिस बूथ होते हुए भी किसी घटना पर पुलिस तुरंत नहीं पहुंच पाती है। तमाम बूथों के बावजूद पुलिस स्नेचिंग, लूट की घटनाओं पर लगाम नहीं लग पाती है। हां इन पुलिस बूथों पर पर्याप्त स्टाफ हो ये आम लोगों की सुरक्षा के लिए उपयोगी हो साबित हो सकते हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments