Sunday, September 22, 2024
spot_img
Homeअपराधटीम साइबर पुलिस स्टेशन, उत्तर-पश्चिम द्वारा एक नकली कॉल सेंटर का भंडाफोड़...

टीम साइबर पुलिस स्टेशन, उत्तर-पश्चिम द्वारा एक नकली कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया।

दिल्ली दर्पण टीवी
नई दिल्ली।
राजधानी के उत्तर-पश्चिम जिले के साइबर पीएस के कर्मचारियों ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया, जो हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड में नौकरी दिलाने के बहाने निर्दोषों को धोखा दे रहा था। 5 पुरुषों और 5 महिलाओं सहित 10 आरोपी व्यक्तियों की गिरफ्तारी के साथ, 23 मोबाइल फोन, 02 लैपटॉप, उक्त फर्जी कॉल सेंटर के परिसर से 06 एटीएम कार्ड और दस्तावेज बरामद किए गए। 2 पुरुष मुख्य आरोपी हैं (प्रत्येक का 50% हिस्सा है), उन्होंने पिछले 4 महीनों में 100 से ज्यादा बेगुनाहों को ठगा है | 10000/- से रु. 18000/-. के वेतन पर उन्होंने अन्य लोगों को प्रबंधक, कार्यकारी और टेली-कॉलर के रूप में अन्य लोगो को काम पर रखा हुआ रखा है।

यह भी पढ़ें-  शांति के रास्ते पर चलकर ही किया जा सकता है, देश और समाज का विकास : रामदास अठावले 

साइबर धोखाधड़ी के संबंध में पीएस साइबर / उत्तर-पश्चिम जिले में एमएचए के नेशनल साइबर क्राइम रिसीविंग पोर्टल (एनसीआरपी) के माध्यम से एक शिकायत प्राप्त हुई थी, शिकायतकर्ता का नाम प्रिया गुप्ता है जो की बी-ब्लॉक, अशोक विहार, दिल्ली की रहने वाली है | उन्होंने पुलिस को बताया, कि वह स्नातक है और उसने www.naukari.com पोर्टल पर नौकरी के लिए आवेदन किया है। उसने आरोप लगाया कि एक कॉल सेंटर ने उसे हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड में नौकरी देने के बहाने 10,900 / – रुपये की धोखाधड़ी की। 13.01.22 को, उसे एक फोन आया और बताया कि उसकी प्रोफ़ाइल को हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड में नौकरी के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है और पंजीयन शुल्क की मांग की। उसने पंजीकरण/आवेदन शुल्क रु. 1000/- गूगल पे के माध्यम से। टेलीफोनिक साक्षात्कार के दौर के बाद, कथित तौर पर शिकायतकर्ता से दस्तावेजों के सत्यापन के लिए पैसे मांगे गए। उसने फिर से रुपये का भुगतान किया। उन्हें 9,900/-. इसके बाद, न तो नौकरी प्रदान की गई और न ही कथित व्यक्तियों ने उसके कॉल पर भाग लिया।
इस संबंध में थाना साइबर/उत्तर-पश्चिम में एफआईआर संख्या 06/22 यू/एस 420 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया था और जांच की गई थी।
जांच के दौरान तकनीकी निगरानी और एकत्रित जानकारी के आधार पर पता चला कि प्लॉट नंबर एक परिसर में एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। जी-19, सेक्टर-63, नोएडा, यूपी उम्मीदवारों के प्रोफाइल के आधार पर अलग-अलग कंपनियों में नौकरी दिलाने के बहाने धोखादड़ी की जा रही है ।
तदनुसार, सेक्टर-63, नोएडा, यूपी में उक्त परिसरों में छापेमारी की गई और पीएस साइबर की टीम ने कथित कॉल सेंटर चलाने में शामिल 5 पुरुषों और 5 महिलाओं सहित 10 आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा यूटयूब चैनल दिल्ली दपर्ण टीवी (DELHI DARPAN TV) सब्सक्राइब करें।

आप हमें FACEBOOK,TWITTER और INSTAGRAM पर भी फॉलो पर सकते हैं

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments