-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। दिल्ली नगर निगम केशवपुरम जोन में तैनात चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर (C.S.I.) के पद पर तैनात कैलाश चंद शर्मा 30 जून को रिटायर्ड हो गए, लेकिन डीसी और ऐसी साहब उसकी जगह पर किसी अन्य वरिष्ठ अधिकारी को चार्ज देने के बजाय उसी सफाई विभाग को चलाने का काम उसी से करवा रहे है। केशवपुरम जोन के उपायुक्त नवीन अग्रवाल और सहायक आयुक्त पी.के. सिंह की इस C.S.I. पर इतने मेहरबान क्यों है, सेनेटरी विभाग में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। उससे भी ज्यादा हैरत इस चर्चा पर है कि सवा लाख रुपये सैलरी लेने वाले अधिकारी रिटायरमेंट के बाद महज 15 हज़ार रुपये प्रतिमाह पर काम क्यों कर रहे है ?
नाम न छापने की शर्त पर सफाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सी.एस.आई. कैलाश चंद शर्मा से बेक डेट में फाइल्स पर हस्ताक्षर कराये जा रहे है। विभाग में एक से एक वरिष्ठ अधिकारी के होते हुए भी उसकी जगह किसी अन्य अधिकारी को चार्ज नहीं दिया जा रहा है। डीसी और सहायक आयुक्त की इस मेहरबानी और कैलाश चंद की बिना वेतन के काम करने की इस मजबूरी की चर्चा विभाग में मजे लेकर की जा रहे है।
खबर यह भी है कि जोन के डी.सी. सफाई निरीक्षकों को अपने रूम में बुलाकर समझा रहे है कि वे मौजूदा माहौल में कोई चार्ज न लें ,वरना भ्र्ष्टाचार के आरोप में फस सकते है। ऐसे में दावे यह भी किये जा रहे है कि DC और AC के लिए कैलाश चंद एक दुधारू गाय की तरह है और वे इसे एक रबर स्टांप की तरह इस्तेमाल करना चाह रहे है। कोशिश है कि वे कैलाश चंद की सेवाओं को ही एक्सटेंड करके उसी से काम लेते रहे। इस समय कच्चे सफाई कर्मचारियों को पक्का करने का काम भी जारी है।
इस बारें में जोन के उपायुक्त नवीन अग्रवाल और पीके सिंह से भी जानकारी लेनी चाही ताकि गलत चर्चाओं पर विराम लग सके। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी वे भी फ़ोन उठाने से बच रहे है।