Friday, November 8, 2024
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Service to the Nation and Society : सिक्स सिग्मा के जांबाजों ने वायुसेना के गरुड़ कमांडो से लिया है कठिन प्रशिक्षण

भारतीय वायु सेना ने हेल्थ केयर सेवा देने वाले कम्पनी ”सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर” को दिया विशेष सम्मान

दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो 

जब मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना लांच की तो देश में सेना की मात्र चार साल की नौकरी पर जगह-जगह आंदोलन हुए तथा जमकर विरोध भी हुआ। तब यह बात निकलकर सामने आई कि सरकार चाहती है कि देश में अधिक से अधिक युवा सेना का प्रशिक्षण प्राप्त कर लें। क्या आपको मालुम है कि स्वास्थ्य पर काम करने वाली एक संस्था के जांबाजों ने वायुसेना से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। प्रशिक्षण भी गरुड़ कमांडो से। जी हां बात हो रही है देश में दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्रों में हेल्थ केयर सेवाएं देने के अभियान में लगी सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर की। सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के कार्यकर्ताओं को भारतीय वायु सेना ने प्रशिक्षण दिया है। बेहद कठिन ट्रेनिंग मानी जाने वाली यह ट्रेनिंग गरुड़ रेजिमेंटल प्रशिक्षण केंद्र वायु सेना स्टेशन चांदी नगर में दी गई। देश में यह शायद अपने आप में पहला मौका होगा कि जब किसी सिविलियन को भारतीय वायु सेना के स्पेशल फोर्सेस गरुड़ कमांडो ने सबसे कठिन समझी जाने वाली ट्रेनिंग दी हो।

दरअसल भारतीय वायु सेना ने हेल्थ केयर सेवा देने वाले कम्पनी ”सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर” को यह सम्मान दिया। सिक्स सिग्मा के लिए यह सम्मान की बात तो है ही साथ ही यह बेहद जरूरी और उपयोगी भी है, जिसकी वजह देश में बेहद दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षों से अपनी हेल्थ सेवाएं दे रही है। कोरोना काल के बाद इस वर्ष भी केदारनाथ में हजारों लोगों के जीवन रक्षा का काम सिक्स सिग्मा ने किया है और अब केदारनाथ के बाद सिक्स सिग्मा ने अमरनाथ यात्रियों की सेवा करने की तैयारी की है, लेकिन इससे पूर्व भारतीय वायु सेना के इस स्पेशल फोर्सेस गरुड़ कमांडो की यह ट्रेनिंग हासिल करना उनके लिए गर्व की बात है।

इस ट्रेनिंग का उन्हें क्या लाभ होगा और भारतीय युवा सेना ने उन्हें यह ट्रेनिंग क्यों दी ? यह सवाल भी आपके जेहन में उठ रहे होंगे ? दरअसल यह सेवा सबसे बड़े अभियान के लिए बेहद उपयोगी है। ऐसे स्थानों पर सरकारी हेल्थ सेवाएं पहुंचाना किसी मिशन से कम नहीं होता। देश के पहाड़ी और दुर्गम स्थानों पर क्वालिटी हेल्थ सेवाएं देना आज सरकर के लिए भी आसान नहीं है लेकिन सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर ये सेवाएं वर्षों से निःशुल्क दे रही है। इस कोरोना काल में सिक्स सिग्मा ने 350 टन जरूरी वस्तुओं को देश के कई हिस्सों में की सहायता से नेपाल, केदारनाथ भेजा गया और पीड़ितों को बचाया गया।

हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर की मेडिकल टीम वर्ष 2009 से दे रही है। ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में ये सेवाएं  निःशुल्क उपलब्ध करना आसान काम नहीं है। इस वर्ष चारधाम यात्रा में सिक्स सिग्मा हाई एल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम श्री केदारनाथ, श्री मद्महेश्वर और श्री तुंगनाथ धाम में मेडिकल सेवा दे रही है। निःस्वार्थ कार्य के लिए संस्था किसी से कोई दान नहीं लेती है। भारतीय वायुसेना अध्यक्ष श्री वी. आर. चौधरी ने सिक्स सिग्मा हाई एल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस के कार्यों की तारीफ की और उनके ही आदेश पर चांदी नगर में यह प्रशिक्षण दिया गया। अब सेना का साथ और सहयोग मिलने के बाद सिक्स सिग्मा की सेना आसानी से पहाड़ी क्षेत्रों में भारी मरीजों की बेहतर सेवाएं कर सकेगी।

वायु सेना के चंदन नगर स्टेशन में मिली इस ट्रेनिंग ने सिक्स सिग्मा को बेहद मजबूर बना दिया। सिक्स सिग्मा स्वास्थ्य सेवाओं के मानचित्र हर जगह उपलब्ध है। लिहाज़ा सिक्स सिग्मा की साहसी सेना का पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्र में काम करने लिए उसे तकनीक और ताकत के साथ भी मजबूत होना चाहिए और यही ताकत और तकनीक सिक्स सिग्मा हेल्थ केयर की टीम के प्रथम पांगती के हेल्थ योद्धाओं ने हासिल की। सिक्स सिग्मा को यहाँ मुख्य तौर से बाधा क्रॉसिंग ड्रिल, वॉल क्लाइंबिंग, स्लाइथरिंग, रैपलिंग, बिना सहारे पहाड़ पर चढ़ना, भारी बोझ के साथ कई किलोमीटर की दौड़ और घने जंगलों में रात आदि के लिए ट्रेंड किया गया। अब सिक्स सिग्मा की मेडिकल टीम हिमालय की ऊँची-ऊँची चोटियों पर भी पहुंचकर लोगों की सेवा कर उनकी जान बचा सकेगी और अपने वादे अनुसार लोगों की ” कहीं भी –कभी भी –और किसी भी मौसम में ” जान बचा कर अपने दावे को मजबूत करने का काम करेगी।

सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के सीईओ डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस स्पेशियलिस्ट टीम को भारतीय वायुसेना के स्पेशल फोर्सेस गरूड़ कमांडो पर्वतीय क्षेत्रों की विपरीत परिस्थितियों को पार करने तथा हेलीकाप्टर से स्लिदरिग व रैपलिग का प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह बेहद कठिन ट्रेनिग गरूड़ रेजिमेंटल प्रशिक्षण केंद्र वायु सेना स्टेशन चांदीनगर में दिया गया। सिक्स सिग्मा को मुख्य तौर से बाधा क्रासिग ड्रिल, वाल क्लाइम्बिग, स्लाइथरिग, रैपलिग, बिना सहारे पहाड़ पर चढ़ना, भारी बोझ के साथ कई किलोमीटर की दौड़ और घने जंगलों में रात आदि शामिल है। डा. प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि हमें भारतीय वायु सेना का हिस्सा होने पर गर्व है। कोविड महामारी के समय हमने एयरफोर्स एयरक्राफ्ट के माध्यम से 350 टन आवश्यक वस्तुओं को देश के विभिन्न क्षेत्रों में भेजा। वहीं सिक्स सिग्मा ने एयरफोर्स हेलिकाप्टर की सहायता से नेपाल, केदारनाथ में पीड़ितों को बचाया था।

 वायुसेना के साथ छह दिवसीय ट्रेनिग सेशन के विषय में जानकारी देते हुए डा. प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि भारतीय वायुसेना अध्यक्ष वीआर चौधरी ने सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस के कार्यों को उल्लेखित करते हुए एक विशेष पत्र जारी किया, जिसमें एयर चीफ मार्शल ने हिमालय के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सिक्स सिग्मा द्वारा किए गए कार्यों की तारीफ की गई है तथा वायु सेना चीफ के आदेश पर ही चांदीनगर में उक्त प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि सिक्स सिग्मा की मेडिकल सर्विस टीम के सदस्य हमेशा करो या मरो कंडिशन में कार्य करते हैं। हिमालय की ऊंची चोटियों पर स्वास्थ्य सेवा के दौरान पीड़ित की जान बचना और उसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना टीम के सदस्यों का मुख्य मकसद होता है। सिक्स सिग्मा के उप निदेशक आशीष शर्मा ने कहा कि सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर की मेडिकल टीम 2009 से ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में निशुल्क मेडिकल सेवा दे रही है।

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