दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
हेट स्पीच के मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक और पूर्व मंत्री आजम खान दोषी को 3 साल की सजा सुनाई गई है। यह सजा रामपुर की MP/MLA कोर्ट ने सुनाई। साथ ही उन पर 25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। ऐसे में अब आजम खान की विधायकी पर संकट आ गया है। इस समय आजम खान रामपुर शहर विधानसभा से विधायक हैं।
दरअसल, आजम खान पर पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और तत्कालीन DM रामपुर के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने का आरोप है। यह बयान उन्होंने थाना क्षेत्र मिलक में एक जनसभा में दिया था। 21 अक्टूबर को हुई पिछली सुनवाई के लिए आजम खान MP/MLA कोर्ट में पेशी पर नहीं पहुंचे थे, इसलिए इस मामले में अंतिम फैसला नहीं हो सका था। आजम खान कई मामलों में 27 महीने जेल में रहे, उन्हें इसी साल 20 मई 2022 को जमानत मिली थी।
आजम खान पर 80 मुकदमे दर्ज थे, कुछ में जमानत मिली
आजम खान पर भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल में करीब 80 मुकदमे दर्ज किए गए थे। इनमें किसानों की जमीन जबरदस्ती हथियाने से लेकर किताबें चुराने, मारपीट करने, बकरी और भैंस चुराने तक के मुकदमे दर्ज किए गए थे। ज्यादातर मामलों में उनको जमानत मिल चुकी है।
उनके ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी पर भी सवाल उठ रहे थे। आरोप है कि जौहर यूनिवर्सिटी बनाने के लिए आजम ने अपने रसूख का गलत इस्तेमाल किया है। आजम खान रामपुर विधानसभा सीट से 10 बार विधायक रहे चुके हैं।
27 महीने तक जेल में रहे थे आजम
कई अलग-अलग मामलों में सपा विधायक आजम खान 27 महीने तक जेल में रह चुके हैं। उन्हें 19 मई, 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी। इसके बाद 20 मई की सुबह वह सीतापुर जिला जेल से रिहा हुए थे। उनकी रिहाई के दौरान उनके बेटे अब्दुल्ला आजम, अदीब आजम और शिवपाल यादव भी मौजूद थे।
कानून और उर्दू के अच्छे जानकार हैं आजम
आजादी के 1 साल पूरे होने से बस 1 दिन पहले, 14 अगस्त, 1948 को यूपी के रामपुर में आजम खान का जन्म हुआ। आजम एक सामान्य परिवार से थे। उनके पिता मुमताज खान एक छोटा सा टाइपिंग सेंटर चलाते थे। परिवार को सपोर्ट करने के लिए आजम ने जमकर पढ़ाई की। BA ऑनर्स फिर MA ऑनर्स करने के बाद आजम ने LLB किया। कानून की डिग्री थी। वह उर्दू के अच्छे जानकार भी हैं।