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दिल्ली एम्स ने निजी एजेंटों के अस्पताल में आने पर लगी रोक को फिलहाल के लिए हटा दिया है। एजेंटों के आने पर लगे रोक का असर ऑपरेशन थिएटर की सेवाओं पर पड़ने लगा है। इसलिए यह फैसला लिया गया है।
एम्स में निजी एजेंटों के अस्पताल में आने से रोक लगाने का असर ऑपरेशन थिएटर की सेवाओं पर पड़ने लगा है। हड्डी रोग विभाग के ऑपरेशन थियेटर में सर्जरी का इंतजार कर रहे मरीजों को इंप्लांट (शरीर में डाले जाने वाली रॉड इत्यादि) मिलने में मुश्किल हो रही थी, जिससे ऑपरेशन का काम भी प्रभावित हो गया था। इसके बाद एम्स प्रशासन ने अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों से वैकल्पिक व्यवस्था होने तक निजी एजेंटों को प्रवेश देने को कहा है।
धरपकड़ अभियान चलाया गया था
एम्स के नए निदेशक के आदेश पर अस्पताल में मरीजों को झांसा में लेने और निजी केंद्रों पर जांच कराने के लिए लुभावने प्रस्ताव देने वाले निजी एजेंटों और दलालों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया गया था। दो ही दिनों में कुल 13 निजी एजेंटों और दलालों को पकड़ लिया था। इसके साथ ही अस्पताल के निदेशक ने दलालों और निजी एजेंटों के अस्पताल में प्रवेश पर रोक लगा दिया था।
ये वैकल्पिक व्यवस्था करेगा एम्स
एम्स प्रशासन ऑपरेशन थियेटर की व्यवस्था सामान्य तरीके से चलाने और साथ में ही निजी एजेंटों की मनमानी रोकने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने जा रहा है। इसके तहत सबसे अच्छे और सस्ते इंप्लांट देने वाली कंपनियों के एजेंटों को अधिकृत किया जायेगा। इनकी कीमत पर अंकुश भी लगाया जाएगा। यह व्यवस्था अभी सफदरजंग अस्पताल में चल रही है। अभी एम्स में एक ऑपरेशन के लिए इंप्लांट देने कम से कम आधा दर्जन निजी एजेंट वार्ड में ही मरीजों के पास पहुंच जाते हैं और वे फिर उन्हें गुमराह करते हैं। यहां तक की डॉक्टरों तक को अपने इंप्लांट बेचने के लिए परेशान करते हैं।
एम्स परिसर में अवैध पार्किंग की समस्या खत्म करने के लिए निदेशक ने 1 अप्रैल 2023 से सभी पार्किंग स्टीकर को खत्म करने का नोटिस निकाला है। इनके जगहों पर केवल आरएफआईडी स्टीकर ही जारी किए जाएंगे। निदेशक ने 31 जनवरी तक आरएफआईडी गेट लगाने का निर्देश दिया है। इस फैसले के बाद एम्स परिसर में अवैध पार्किंग की समस्या खत्म हो जाएगी।
शटल सेवाओं को बढ़ाया जाएगा
मरीजों की सुविधा के लिए शटल सेवाओं को बढ़ाया जाएगा। इस सेवा में महिलाएं, बुजुर्ग, दिव्यांग व जरूरतमंदों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही 50 नए शटल भी लाए जाएंगे, जिनकी मदद से एम्स परिसर में आना-जाना आसान हो जाएगा। एम्स के मुख्य परिसर में बाहरी लोग वाहन खड़ा नहीं कर सकेंगे। उन्हें मस्जिद मोठ स्थित परिसर वाली पार्किंग में ही वाहन खड़े करने होंगे।